जापान के इस दक्षिण पश्चिमी भाग आए हुए लगभग तीन हफ्ते हो चुके हैं। भोजन को छोड़ दें अब तक इस देश में रहना एक बेहद सुखद अनुभव रहा है। इतनी बातें हैं बताने को यहाँ के बारे में पर उन सबको सिलसिलेवार ढंग से रखने के लिए वक़्त नहीं है। अपनी इस व्यस्तता के बीच अगर आज आपसे मुख़ातिब हो पाया हूँ तो अपनी जापानी मैम के कारण। हम यहाँ आए तो उर्जा संरक्षण तकनीक के बारे में जानने के लिए हैं पर उसके साथ हमारी सहूलियत के लिए काम भर की जापानी भाषा भी सिखाई जा रही है। वैसे आप सहज कल्पना कर सकते हैं कि इस उम्र में वर्णमाला व १,२,३,४ पढ़ना कैसा लग सकता है। पर ये जो जापानी मैम है ना वो हमें सारी गिनती गिनवा के ही दम लेती हैं। इनकी क्लास देर रात को लगती है पर मजाल है जो हमें पहले छोड़ दें। सो वो हँस हँस कर बोलती हैं और हम तोते की तरह रटते हैं। पिछली क्लास में दाएँ बाएँ वाले दिशा ज्ञान को समझाने के लिए पूरी क्लॉस को ही ट्रेन बनाकर छुक छुक गाड़ी वाला खेल खिला दिया। पर उनकी बताई टूटी फूटी जापानी से ही हम यहाँ की सड़कों पर अपरिचितों के चेहरों पर मुस्कुराहट या कई बार तो हँसी के फव्वारे ले आते हैं।
हमारी मैम हमें हर कक्षा के बाद हमें एक जापानी गीत सुनाती है। ऐसा ही एक गीत था हाना जो पहली बार सुनकर ही हम सबको खूब पसंद आया। जापानी में हाना का मतलब होता है 'फूल'। हाना एक लोकगीत है जिसकी उत्पत्ति जापान के सुदूर दक्षिण के द्वीप समूह ओकीनावा (Okinava) में हुई । इसलिए इस गीत की धुन पश्चिमी रंग में रँगे आज के जापानी पॉप से सर्वथा अलग है और एक भारतीय मन को सहज ही अपनी ओर खींच लेती है। अपने मन को फूलों की तरह खिलाने की बात करता ये गीत रिमी नात्सुकावा (Rimi Natsukawa) की आवाज़ में बेहतरीन लगता है। रिमी के बारे में तो आप यहाँ जान सकते है्। इस गीत के बोलों का मैंने हिंदी में भावानुवाद करने की कोशिश की है। पर बिना अर्थ समझे भी रिमी की गायिकी दिल को छू जाती है। वो कहते हैं ना संगीत की कोई सरहदें नहीं होती।
तो आइए सुनते हैं ये गीत
Kawa wa nagarete doko doko iku no
Hito mo nagarete doko doko iku no
Sonna nagare ga tsuku koro niwa
Hana toshite hana toshite sakassete aguetai
Nakinasai Warainasai
Itsuno hi ka itsu no hi ka hana wo sakasoyo
सोचो तो ये नदी कहाँ जाती है ? या यूँ कहूँ कि हमारा नदी की तरह बहता जीवन ही आखिर हमें कहाँ ले जाता है ? जब तक वो नदी अपने गन्तव्य तक नहीं पहुँच जाती उसे फूलों की तरह खिलने दो। इस जीवन में हँसना भी है और रोना भी पर अपने हृदय को हमेशा फूलों की तरह खिलाकर रखो।
Namida nagarete doko doko iku no
Ai mo nagarete doko doko iku no
Sonna nagare wo kono uti ni
Hana toshite hana toshite Mukaette aguetai
Nakinasai Warainasai
Itsuno hi ka itsu no hi ka hana wo sakasoyo
Ai mo nagarete doko doko iku no
Sonna nagare wo kono uti ni
Hana toshite hana toshite Mukaette aguetai
Nakinasai Warainasai
Itsuno hi ka itsu no hi ka hana wo sakasoyo
ये आँसू बह कर कहाँ जाते हैं? प्यार का बहाव हमें कहाँ ले जाता है? मैं इस बहाव को अपने दिल में समा लेना चाहती हूँ। फूलों की तरह खिलकर उनका स्वागत करना चाहती हूँ। इस जीवन में हँसना भी है और रोना भी पर अपने हृदय को हमेशा फूलों की तरह खिलाकर रखो।
Hana wa hana toshite warai mono dekiru
Hito wa hito toshite namida mo nagassu
sorega shizen no utananossa
kokoro no naka ni kokoro no naka ni hana wo sakasoyo
Nakinasai Warainasai
itsu itsu mademo itsu itsu mademo
hana wo tsukamoyo
Nakinasai Warainasai
itsu itsu mademo itsu itsu mademo
hana wo tsukamoyo
Nakinasai Warainasai
Itsuno hi ka itsuno hi ka hana wo tsukamoyo
एक फूल, फूल की तरह हँस सकता है। एक आदमी, आदमी की तरह रो सकता है। सुख और दुख तो प्रकृति के दिए हुए जीवन के सत्य हैं। बस अगर हमारा मन पुष्पित रहे और जीवन की हर परिस्थिति में अपने अंदर के इस फूल को हम अपने से अलग ना होने दें इससे अच्छा और क्या हो सकता है।
Hito wa hito toshite namida mo nagassu
sorega shizen no utananossa
kokoro no naka ni kokoro no naka ni hana wo sakasoyo
Nakinasai Warainasai
itsu itsu mademo itsu itsu mademo
hana wo tsukamoyo
Nakinasai Warainasai
itsu itsu mademo itsu itsu mademo
hana wo tsukamoyo
Nakinasai Warainasai
Itsuno hi ka itsuno hi ka hana wo tsukamoyo
एक फूल, फूल की तरह हँस सकता है। एक आदमी, आदमी की तरह रो सकता है। सुख और दुख तो प्रकृति के दिए हुए जीवन के सत्य हैं। बस अगर हमारा मन पुष्पित रहे और जीवन की हर परिस्थिति में अपने अंदर के इस फूल को हम अपने से अलग ना होने दें इससे अच्छा और क्या हो सकता है।