tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post115511727509848387..comments2024-03-27T11:21:05.807+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: आँखों की कहानी : शायरों की जुबानी (भागः2)Unknownnoreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-55370098522166672012014-11-09T18:39:50.954+05:302014-11-09T18:39:50.954+05:30हसरत है कि उनको कभी नजदीक से देखें
नजदीक हो तो आँख...हसरत है कि उनको कभी नजदीक से देखें<br />नजदीक हो तो आँख उठायी नहीं जाती<br />चाहत पे कभी बस नहीं चलता है किसी का<br />लग जाती है ये आग लगाई नहीं जाती ... वाह बहुत खुबAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/10617116695001104053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-18242965313391800872007-02-17T05:12:00.000+05:302007-02-17T05:12:00.000+05:30इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-1155280297510341382006-08-11T12:41:00.000+05:302006-08-11T12:41:00.000+05:30मनीष , बस यही तो उस गज़ल का एक शेर है जिसे मैंने लि...मनीष , बस यही तो उस गज़ल का एक शेर है जिसे मैंने लिखा. बडे साल बीते उस कैसेट को सुने हुयेPratyakshahttps://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-1155276375404382822006-08-11T11:36:00.000+05:302006-08-11T11:36:00.000+05:30प्रेमलता जी अच्छा किया कवि का नाम बता दिया नहीं तो...प्रेमलता जी अच्छा किया कवि का नाम बता दिया नहीं तो फिर उलते पुलटे गेस मारने पड़ते हमको :)!<BR/>आपके तो इन सार्वकालिक कवियों कि इतनी रचनाएँ याद हैं. परिचर्चा में हम सबके साथ बांटे तो मजा भी आएगा और हमारा ज्ञानवर्धन भी होगाManish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-1155275853093654362006-08-11T11:27:00.000+05:302006-08-11T11:27:00.000+05:30प्रत्यक्षा मैंने भी सुनी है शायद वो कैसेट ! उसमें...<B>प्रत्यक्षा</B> मैंने भी सुनी है शायद वो कैसेट ! उसमें की एक गजल कुछ यूँ थी <BR/>कहाँ थे रात भर उनसे जरा निगाह मिले...............हिसाब मिलेManish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-1155275404252223772006-08-11T11:20:00.000+05:302006-08-11T11:20:00.000+05:30छाया अरे आपके जैसे पढ़ने वाले भी तो होने चाहिए<B>छाया </B> अरे आपके जैसे पढ़ने वाले भी तो होने चाहिएManish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-1155275331538225502006-08-11T11:18:00.000+05:302006-08-11T11:18:00.000+05:30हमसफर शुक्रिया इस बलॉग पर पधारने का । आते रहें !<B>हमसफर</B> शुक्रिया इस बलॉग पर पधारने का । आते रहें !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-1155220054868838062006-08-10T19:57:00.000+05:302006-08-10T19:57:00.000+05:30उपरोक्त कवि बिहारी लाल रचित दोहा है।-प्रेमलताउपरोक्त कवि बिहारी लाल रचित दोहा है।<BR/>-प्रेमलताप्रेमलता पांडेhttps://www.blogger.com/profile/11901466646127537851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-1155208675424475792006-08-10T16:47:00.000+05:302006-08-10T16:47:00.000+05:30ये देखें-'चमचमात चंचल नयन बिच घूँघट पट झीन,मानहु ...ये देखें-<BR/><BR/>'चमचमात चंचल नयन बिच घूँघट पट झीन,<BR/>मानहु सुरसरिता विमल जल उछरत जुग मीन।।'<BR/>-प्रेषक <BR/>प्रेमलताप्रेमलता पांडेhttps://www.blogger.com/profile/11901466646127537851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-1155185273566077742006-08-10T10:17:00.000+05:302006-08-10T10:17:00.000+05:30एक मुझे भी याद आया , पता नहीं किसकी लिखी है पर पीन...एक मुझे भी याद आया , पता नहीं किसकी लिखी है पर पीनाज़ मसानी ने गाया है<BR/><BR/>"ये है मज़े की लडाई ,ये है मज़े का मिलाप<BR/>कि तुझसे आँख लडी और फिर निगाह मिली "Pratyakshahttps://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-1155149750782874052006-08-10T00:25:00.000+05:302006-08-10T00:25:00.000+05:30मनीष जी,पठनीय लेख, धन्यवाद। मन्ना डे का गाया गाना ...मनीष जी,<BR/>पठनीय लेख, धन्यवाद। मन्ना डे का गाया गाना याद आया <BR/>"हम तेरी आंखों के दीवाने हैं"ई-छायाhttps://www.blogger.com/profile/15074429565158578314noreply@blogger.com