tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post1173097059757735146..comments2024-03-27T11:21:05.807+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: वार्षिक संगीतमाला 2014 का आगाज़ ग्यारह गीतों की दावत ए इश्क़ के साथ Varshik Sangeetmala 2014Unknownnoreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-10180614484990544262015-01-17T17:06:52.381+05:302015-01-17T17:06:52.381+05:30mera cmnt to dikh hi nhi raha.... :( mera cmnt to dikh hi nhi raha.... :( lorihttps://www.blogger.com/profile/03402492232277005688noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-31693059343249847422015-01-17T17:05:09.316+05:302015-01-17T17:05:09.316+05:30meethe- pyare songs.....jawab nahi...meethe- pyare songs.....jawab nahi...lorihttps://www.blogger.com/profile/03402492232277005688noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-37961662716852556442015-01-15T23:54:37.368+05:302015-01-15T23:54:37.368+05:30देर रात आराम से सुनना अच्छा लगा ..देर रात आराम से सुनना अच्छा लगा ..Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-73797384054906124782015-01-06T09:24:20.295+05:302015-01-06T09:24:20.295+05:30Kanchan हम्म वो तो है। इन सारे गीतों का मजबूत पक्...<b> Kanchan </b> हम्म वो तो है। इन सारे गीतों का मजबूत पक्ष इनकी धुन ही है। बोलों में उतनी गहराई तो नहीं पर हल्के फुल्के लमहों में इन्हें गुनगुनाना बुरा नहीं लगता। शौकीन के उस गीत की शुरुआत तो मुझे अच्छी लगी पर अंतरों में जो तुलना हुई है वो मुझे कुछ खास पसंद नहीं आई।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-71887750360583415322015-01-06T01:01:05.807+05:302015-01-06T01:01:05.807+05:30सरे गीत एक साथ तो सुने नहीं जा सकते. यूँ भी नये गा...सरे गीत एक साथ तो सुने नहीं जा सकते. यूँ भी नये गानों का म्यूजिक itnअ डामिनेट करता है कि बोल का असर कम हो जाता है.<br /><br />फिर भी शौकीन का गीत शब्दों से अच्छा लग रहा है. एक एक कर के सुनूंगी. अगर कुछ फिर अच्छा लगा तो सनद डाल जाऊँगीकंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-61678173420547603142014-12-31T11:51:04.616+05:302014-12-31T11:51:04.616+05:30हाँ यही ग़ज़ल थी 'हम तुम्हें कैसे...'। लेकिन...हाँ यही ग़ज़ल थी 'हम तुम्हें कैसे...'। लेकिन सुनने पर पता चला ये तो सुनी है फ़िल्म है 'इक्कीस तोपों की सलामी'। दरअसल शुरुआत के कुछ शब्द देखने पर लगा यही वो गीत है जो नहीं सुना था।<br /><br />आपकी बात सही है पिछले कुछ सालों से गीतों में गिरावट का दौर जारी है। उसका एक अहम पहलू ये भी हो सकता है कि अब फिल्मों में गीत सिचुएशन के हिसाब से नहीं होते, वो कहानी को आगे नहीं बढ़ाते बल्कि वो Ankithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-55541519880140923832014-12-30T16:04:59.885+05:302014-12-30T16:04:59.885+05:30अंकित मुझे तो पिछले कुछ सालों से गीतों की गुणवत्ता...अंकित मुझे तो पिछले कुछ सालों से गीतों की गुणवत्ता से गिरावट आती दिख रही है। खासकर बोलों के हिसाब से। एक विलेन, हँसी तो फँसी और हाइवे एलबम के रूप में थोड़े बेहतर जरूर थे पर तुम्हारी बात बिल्कुल सही है कि ज्यादातर फिल्में में इक्का दुक्का गीत ही श्रवणीय रहे। यही वज़ह है कि मेरी पच्चीस गीतों की सूची में 23 अलग अलग फिल्मों के गाने हैं। मेरे ख्याल से ऊपर के गीतों में शायद तुमने हम तुम्हें केसे बताएँ Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-65376360284953404372014-12-29T18:58:17.057+05:302014-12-29T18:58:17.057+05:30अनुलता जी इस सूची में आपकी पसंद का कोई गीत था या न...अनुलता जी इस सूची में आपकी पसंद का कोई गीत था या नहीं ?Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-13362407504748163102014-12-29T18:41:44.169+05:302014-12-29T18:41:44.169+05:30Annapurna jee हम तुम्हें कैसे बताएँ तुममें क्या क्...Annapurna jee हम तुम्हें कैसे बताएँ तुममें क्या क्या बात है..सुनिए शायद आज के गानों से थोड़ा अलग लगे..Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-87723028241842775782014-12-29T18:30:46.426+05:302014-12-29T18:30:46.426+05:30अभी सूची देखी है, फिलहाल गाने सुनने का मन नहीं क्य...अभी सूची देखी है, फिलहाल गाने सुनने का मन नहीं क्योंकि एक भी गीत तुरन्त सुनने के लिए आकर्षित नहीं कर रहा... प्रतीक्षा है 25 गीतों की, पता नहीं उनमें कितने आकर्षित कर पाएगेंAnnapurna Gayheehttps://www.facebook.com/annapurna.gayheenoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-55077179920274977542014-12-29T12:51:38.786+05:302014-12-29T12:51:38.786+05:30वैसे साल २०१४ गीतों के हिसाब से पिछले सालों से थोड़...वैसे साल २०१४ गीतों के हिसाब से पिछले सालों से थोड़ा कमज़ोर रहा। आपने सही कहा अगर अपनी पसंद के गीतों की सूची बनाने निकले तो शायद ही वो २० से उप्पर पहुँचे। इस साल एक और चीज़ देखने को मिली जिसका ज़िक्र आपने किया है कि फिल्मों में प्रमोशनल सांग तरजीह दी गई, बमुश्किल एक आध ही फिल्म होंगी जिनमें सारे गीत अच्छे हों, या कर्णप्रिय हों। २५ से उप्पर की सूची में शामिल इन ग्यारह गीतों में दस सुने हैं। <br /><brAnkithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-75325189679177686172014-12-29T12:02:08.037+05:302014-12-29T12:02:08.037+05:30वाह !! क्या सुरीली सौगात है..
शुक्रिया शुक्रिया :-...वाह !! क्या सुरीली सौगात है..<br />शुक्रिया शुक्रिया :-)<br /><br />अनुलताANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.com