tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post2347523896695690512..comments2024-03-27T11:21:05.807+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: वार्षिक गीतमाला पायदान # 4: रात, नींद, ख्वाब और गुलजार !Unknownnoreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-66325867031037797922007-02-25T16:09:00.000+05:302007-02-25T16:09:00.000+05:30सुनील जी गीत आपको पसंद आया जानकर खुशी हुई !<B>सुनील जी </B>गीत आपको पसंद आया जानकर खुशी हुई !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-24703728960576859092007-02-25T16:08:00.000+05:302007-02-25T16:08:00.000+05:30समीर जी रेडियो स्टेशन अरे आपनी इतनी औकात कहाँ ! आ...<B>समीर जी</B> रेडियो स्टेशन अरे आपनी इतनी औकात कहाँ ! आप जैसा विशाल हृदय वाला एक स्पान्सर चाहिए बस !:)Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-10694368109513497812007-02-22T11:35:00.000+05:302007-02-22T11:35:00.000+05:30अधिकतर जब सुबह सुबह काम पर जाने से पहले चिट्ठे पढ़त...अधिकतर जब सुबह सुबह काम पर जाने से पहले चिट्ठे पढ़ता हूँ तो क्मप्यूटर की ध्वनि बिल्कुल कम होती है, पर आज जाने कैसे कुछ ऊँची थी, तभी मालूम चला कि चिट्ठे के साथ साथ गीत भी था, बहुत अच्छा लगा. धन्यवादSunil Deepakhttps://www.blogger.com/profile/05781674474022699458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-14560987156065443722007-02-22T02:54:00.000+05:302007-02-22T02:54:00.000+05:30वाह भई, सिरियल मेकर जी, फिर से एक दम सही पायदान पर...वाह भई, सिरियल मेकर जी, फिर से एक दम सही पायदान पर एकदम सही गीत. अब तो एक रेडियो स्टेशन चालू कर ही दो. इसी तरह कहानी के साथ गाने सुनवा करो, शुभकामनायें. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com