tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post3289617425436350659..comments2024-03-27T11:21:05.807+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: वार्षिक संगीतमाला 2013 पॉयदान संख्या 24 : सितारे भी जिनको ना दे सके पनाह...हमने कर दिया जिन्हें धुआँ...DhuanUnknownnoreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-63196062855225262612014-01-08T12:19:17.919+05:302014-01-08T12:19:17.919+05:30मुकेश जी गीत पसंद करने का शुक्रिया !
सिफ़र मेरे स...<b>मुकेश जी</b> गीत पसंद करने का शुक्रिया !<br /><br /><b>सिफ़र</b> मेरे साथ भी कईबार ऐसा होता है। पहली बार गीत सुनते समय उसकी धुन ज्यादा दिमाग पर चढ़ती है पर उसके शब्दों से नाता सुकून के पलों में सुनने से ही हो पाता है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-35947000098059537472014-01-07T15:16:52.640+05:302014-01-07T15:16:52.640+05:30is geet ke release ke waqt iski bhavnao par iss ta...is geet ke release ke waqt iski bhavnao par iss tarah kabhi gaur nahi kiya tha,ab ye geet behtareen prateet hota hai.Cifarhttps://www.blogger.com/profile/03435254563163870510noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-8608711308649974262014-01-05T07:32:23.614+05:302014-01-05T07:32:23.614+05:30Wah kya baat haiWah kya baat haiMukesh Kumar Girihttps://www.blogger.com/profile/14931217532327411268noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-53307464956869535462014-01-04T22:52:00.363+05:302014-01-04T22:52:00.363+05:30शंकर अहसान लॉय की तिकड़ी दोनों ही तरह का संगीत देने...शंकर अहसान लॉय की तिकड़ी दोनों ही तरह का संगीत देने में माहिर रहे हैं। चूंकि यहाँ गाने की थीम वीरों को भूलने की हमारी प्रवृति पर चोट करने की है इसलिए राहुल राम का प्रयोग पश्चिमी संगीत संयोजन के साथ किया गया है। वैसे वार्षिक संगीतमाला का अगला गीत उस प्रकृति का है जो आप पसंद करती हैं ।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-47135719062544198152014-01-04T01:08:25.545+05:302014-01-04T01:08:25.545+05:30पहली बार सुना गीत। फिल्म का नाम भी नही सुन पायी थी...पहली बार सुना गीत। फिल्म का नाम भी नही सुन पायी थी। गीत को बोले निश्चित ही बहुत अच्छे हैं। लेकिन ये लॉउड म्यूज़िक मुझे व्यक्तिगत रूप से किसी गीत को बार बार सुनने से रोकता है। <br /><br />सुनवाने का शुक्रिया कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.com