tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post5241521492926228307..comments2024-03-27T11:21:05.807+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: 9 वीं पायदान : एक बार फिर अभिजीत की 'आवाज' के नाम...Unknownnoreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-60387088101647057172007-02-05T15:51:00.000+05:302007-02-05T15:51:00.000+05:30अनूप जी हा हा हा हा !
वैसे वो प्रोग्राम लिटिलचैम्...<b>अनूप जी</b> हा हा हा हा !<br />वैसे वो प्रोग्राम लिटिलचैम्पस था । बात ये थी कि हमारे अभिजीत दादा को बप्पी लाहिड़ी जरा भी नहीं सुहाते । एक एपिसोड में तो कह बैठे थे कि अस्सी के दशक में मवाली, हिम्मतवाला जैसी फिल्मों में जिस तरह का संगीत आपने दिया था उस गर्त से हिन्दी फिल्म संगीत को निकलने में कई साल लगे ।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-41313999966161164232007-02-04T08:31:00.000+05:302007-02-04T08:31:00.000+05:30ये कनपुरिया है। तभी कहें कि ये कैसे इतना अच्छा गात...ये कनपुरिया है। तभी कहें कि ये कैसे इतना अच्छा गाता है और बात-बात पर इंडियन आयडल में काहे बमक जाता था!Anonymousnoreply@blogger.com