tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post1156341962922263061..comments2024-03-27T11:21:05.807+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: पायदान # 5 : तेरे बिन मैं यूँ कैसे जिया...Unknownnoreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-27105772443983386492007-02-25T16:03:00.000+05:302007-02-25T16:03:00.000+05:30जीतू भाई जानकर खुशी हुई कि ये गीत आपको भी पसंद है ...जीतू भाई जानकर खुशी हुई कि ये गीत आपको भी पसंद है । गीतमाला पूर्ण करने पर आपके इस अच्छे सुझाव को अमल में लाने का प्रयास करूँगा ।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-85709831902080181862007-02-25T16:01:00.000+05:302007-02-25T16:01:00.000+05:30समीर भाई ना कह कर आप कह ही देते हैं । सीरियल मेकर...समीर भाई ना कह कर आप कह ही देते हैं । सीरियल मेकर...शीशे के घरों में रहने वाले...वैगेरह वैगेरह! आपकी राय का मैं सम्मान करता हूँ । आखिर आपके सरस व्यंग्य बाणों को झेलने का अपना ही आनंद है :)Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-27846688165082882532007-02-18T10:40:00.000+05:302007-02-18T10:40:00.000+05:30बहुत सुन्दर गीत है, मेरा मनपसन्द।लगे रहो, मनीष भाई...बहुत सुन्दर गीत है, मेरा मनपसन्द।<BR/>लगे रहो, मनीष भाई। हम तो इन्तज़ार कर रहे है।<BR/><BR/>हो सके तो अपने टाप गानो वाले लेखों को पीडीएफ़ पर इबुक के रुप मे भी डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध कराओ।Jitendra Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/09573786385391773022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-21541817843739523962007-02-18T10:16:00.000+05:302007-02-18T10:16:00.000+05:30मैं नहीं कहूँगा कि ज्यादा हो रहा है २० वीं पोस्ट क...मैं नहीं कहूँगा कि ज्यादा हो रहा है २० वीं पोस्ट के बाद भी. अच्छे गीतों का चयन किया जा रहा है, जारी रहें यही शुभकामनायें हैं. कृप्या अन्यथा न लें :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com