tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post186147528864996331..comments2024-03-27T11:21:05.807+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: हमसफ़र ग़म जो मोहब्बत में दिया है तुमने.. Humsafar gham jo mohabbat mein diya hai tumne.. Anup JalotaUnknownnoreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-52010809796671352082014-11-04T14:37:10.315+05:302014-11-04T14:37:10.315+05:30स्वाति शुक्रिया ! जानकर खुशी हुई कि ग़ज़ल के साथ ...स्वाति शुक्रिया ! जानकर खुशी हुई कि ग़ज़ल के साथ मेरा लिखने का अंदाज़ आपको पसंद आता है। गीत ग़ज़ल तो इस ब्लॉग का अभिन्न अ्ग हैं ही। अभी फ़ैज की एक ग़ज़ल गुलों में रंग भरे को अपनी समझ के हिसाब से एक लेख और पॉडकास्ट की शक्ल दी है। बताइएगा आपको कैसी लगी ?Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-63139799243820766612014-11-04T14:34:03.445+05:302014-11-04T14:34:03.445+05:30सुनीता जी आपको ग़ज़ल अच्छी लगी जानकर खुशी हुई।
सु...सुनीता जी आपको ग़ज़ल अच्छी लगी जानकर खुशी हुई।<br /><br />सुनील अच्छा लगा जानकर।<br /><br />दर्शन आभार !<br /><br />परी शुक्रिया बताने के लिए। मैंने वो पैरा हटा दिया है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-80419213998212839982014-11-04T12:10:20.627+05:302014-11-04T12:10:20.627+05:30मनीष जी,
ग़ज़लों का शौक मुझे शुरू से ही रहा हे और मे...मनीष जी,<br />ग़ज़लों का शौक मुझे शुरू से ही रहा हे और मेरी हमेशा से ये कोशिश रही हे की जगजीत सिंह जी की गायी ग़ज़लों के अलावा और जो भी अच्छी ग़ज़ल हे वो मेरे कलेक्शन में रहे.....अनूप जटोला जी की ये ग़ज़ल मैंने पहली बार सुनी....शब्दों के मोती ख़ूबसूरती से पिरोये गए हे.... अनूप जी की गायिकी कमाल की हे.... इसे शेयर करने के लिए शुक्रिया....<br /><br />बाकि आपकी ये पोस्ट......हमेशा की तरह लाजवाब हे... जब कभीswati guptanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-84633481376628445172014-11-02T14:26:36.357+05:302014-11-02T14:26:36.357+05:30Bahut sunder prastuti aapne Anup jatola ji ke baar...Bahut sunder prastuti aapne Anup jatola ji ke baare me sunder jaankari di va gazal lajawaaab hai... ... Anup jatola ji ke chitr ke niche aapne ek pahra do baar likh diya hai use thik kar dein kripya !!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01229721606335613058noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-80397082784942212922014-10-30T21:48:10.689+05:302014-10-30T21:48:10.689+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
आपको सूचित करते हुए हर्ष ह... बहुत सुन्दर प्रस्तुति।<br /> आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी पोस्ट हिंदी ब्लॉग समूह में सामिल की गयी है और आप की इस प्रविष्टि की चर्चा - <a href="http://hindiblogsamuh.blogspot.in/" rel="nofollow">शुक्रवार- 31/10/2014</a> को <a href="http://hindiblogsamuh.blogspot.in/" rel="nofollow"><br /> हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः 42 </a> पर लिंक की गयी है , ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़Darshan jangrahttps://www.blogger.com/profile/09680060236733028168noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-73607929214836061532014-10-30T13:24:33.986+05:302014-10-30T13:24:33.986+05:30इस महत्त्वपूर्ण व रोचक जानकारी को यहाँ साझा करने क...इस महत्त्वपूर्ण व रोचक जानकारी को यहाँ साझा करने के लिए धन्यवाद अन्नपूर्णा जी। इसे मैं अपनी पोस्ट में समाहित करूँगा।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-89712990208879076402014-10-30T13:23:55.931+05:302014-10-30T13:23:55.931+05:30मुझे अवसर मिला था अनूप जी से हैदराबाद दूरदर्शन के ...मुझे अवसर मिला था अनूप जी से हैदराबाद दूरदर्शन के लिए बातचीत का, उस समय भी वो हैदराबाद मन्दिर के एक महोत्सव के कार्यक्रम के लिए आए थे, अपनी बातचीत में उन्होने बताया था कि शास्त्रीय संगीत और सुगम संगीत गाना चाहते थे और शुरूवात ग़ज़ल, गैर फिल्मी गीत और भजनों से की थी। चूँकि उस समय भजन गायक बहुत ही कम थे, इसीसे जब भी किसी महोत्सव या मन्दिर निर्माण, आदि अवसरो के कार्यक्रम होते तो अनूप जी को आमन्त्रितAnnapurna Gayheehttps://www.facebook.com/annapurna.gayheenoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-67992723238507441382014-10-29T22:33:35.206+05:302014-10-29T22:33:35.206+05:30भक्ति संगीत उनके परिवार में रचा बसा था प्रकाश जी। ...भक्ति संगीत उनके परिवार में रचा बसा था प्रकाश जी। पिता भी इस विधा में पारंगत थे और अनूप भी भजन गायिकी को ज़्यादा अहमियत देते रहे हैं। पर उनकी चंद ग़ज़लें भी उस ज़माने में मशहूर हुई थीं। उनमें से ये एक है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-3968513853998655522014-10-29T22:29:57.962+05:302014-10-29T22:29:57.962+05:30भजन उनकी गायकी का उज्ज्वल पक्ष रहा है। बचपन में तो...भजन उनकी गायकी का उज्ज्वल पक्ष रहा है। बचपन में तो हमारी आँख ही उनके भजनों से खुलती थी कब माताजी उठते ही भजन संध्या बजा देती थी। कई फ़िल्मी गीतों में इनकी आवाज सुनते समय ऐसा लगता था की कोई भजन ही सुन रहे हैं।Prakash Yadavhttps://www.facebook.com/yadav.prakashnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-29732271543530641742014-10-29T22:27:02.022+05:302014-10-29T22:27:02.022+05:30हाँ पवन कमाल के गायक हैं पर उनका व पंकज उधास का ग़...हाँ पवन कमाल के गायक हैं पर उनका व पंकज उधास का ग़ज़लों का चुनाव जगजीत की अपेक्षा बेहतर नहीं रहा इसलिए बतौर भजन गायक उन्हें ज्यादा प्रतिष्ठा मिली।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-75549398205376573982014-10-29T10:23:54.635+05:302014-10-29T10:23:54.635+05:30वाह्ह्ह्ह
जलोटा जी का ये परिचय सब को नहीं पता हे
व...वाह्ह्ह्ह<br />जलोटा जी का ये परिचय सब को नहीं पता हे<br />वाकई में बहुत अच्छे गायक हे और गजल भी बहुत उम्दा पेश करते हे ।<br />जय जयGuide Pawan Bhawsarhttps://www.facebook.com/pawanguidenoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-74674451228191030092014-10-28T19:53:03.111+05:302014-10-28T19:53:03.111+05:30मै हमेशा से जलोटा जी का मुस्तकबिल रहा हूँ.मै हमेशा से जलोटा जी का मुस्तकबिल रहा हूँ.सुनील कुमारhttps://www.facebook.com/sunil.jaiswal.756noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-48333109227473757232014-10-28T19:50:22.221+05:302014-10-28T19:50:22.221+05:30मनीष जी,आप ने भी ये गजल पोस्ट करके हम सब पर बड़ा एह...मनीष जी,आप ने भी ये गजल पोस्ट करके हम सब पर बड़ा एहसान किया है। Very Very Beautiful!Thank u so much.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13127771927292993754noreply@blogger.com