tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post2062673250508173486..comments2024-03-17T14:34:42.285+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: वार्षिक संगीतमाला 2018 पायदान # 24 : वो हवा हो गए देखते देखते Dekhte DekhteUnknownnoreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-79459882176696528432019-01-05T23:27:49.324+05:302019-01-05T23:27:49.324+05:30धन्यवाद लीना जी। धन्यवाद लीना जी। Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-46856469308268411572019-01-05T23:27:20.799+05:302019-01-05T23:27:20.799+05:30बहुत सुंदर।बहुत सुंदर।लीना मेहेंदलेnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-50323291983624718962019-01-04T12:48:10.210+05:302019-01-04T12:48:10.210+05:30अक्षरशः सहमत कंचन।अक्षरशः सहमत कंचन।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-17667769811958005952019-01-03T14:32:10.957+05:302019-01-03T14:32:10.957+05:30यह गीत वह गीत है जिसे बहुत प्रिय होने के बावज़ूद प्...यह गीत वह गीत है जिसे बहुत प्रिय होने के बावज़ूद प्रिय नहीं कह पायी। कारण वही जो आपने पोस्ट में लिखा। एक स्थापित गीत जिसे मैं जमाने से पसंद ही नहीं बहुत पसंद करती हूँ उस पर कोई अपनी कंपनी का लेवल लगा कर नई पैकिंग कर दे तो मुझे बहुत बुरा लग जाता है।<br /><br />लेकिन हाँ इस गीत में एक बात प्रशंसनीय है जो यहाँ कहानी ज़रूरी है कि अपने बोलों के कारण प्रिय यह गीत दोबारा उसी स्तर पर नई पीढ़ी में भी प्रिय कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-40472784936867320042019-01-03T14:20:42.932+05:302019-01-03T14:20:42.932+05:30अपनी राय ज़ाहिर करने का शुक्रिया। दरअसल ये पच्चीसो...अपनी राय ज़ाहिर करने का शुक्रिया। दरअसल ये पच्चीसों गाने मेरे प्रिय हैं। जहाँ तक इस गीत का सवाल है अगर ये बिना किसी उधारीके अपने मूल स्वरूप में होता तो मेरीसूची में और आगे जा सकता था।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-68786272158249748992019-01-03T10:05:31.682+05:302019-01-03T10:05:31.682+05:30एक उम्दा गाने के साथ साथ उसके पीछे की इतनी सारी जा...एक उम्दा गाने के साथ साथ उसके पीछे की इतनी सारी जानकारी बहुत रोचक लगी।<br />लेकिन मेरे हिसाब से सर, इस गाने को थोड़ा और ऊपर जगह मिलनी चाहिए थी।श्याम जीhttps://www.blogger.com/profile/00131428094457685342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-46500991260776380792019-01-02T20:37:20.045+05:302019-01-02T20:37:20.045+05:30हाँ सर, वो गीत भी बहुत खूबसूरत था।हाँ सर, वो गीत भी बहुत खूबसूरत था।Manish Kaushalhttps://www.facebook.com/manish.kaushal.3910noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-47530852458176344522019-01-02T20:35:34.991+05:302019-01-02T20:35:34.991+05:30Manish दिल दीयाँ गल्ला तो ख़ैर बेहद मधुर था ही। पि...Manish दिल दीयाँ गल्ला तो ख़ैर बेहद मधुर था ही। पिछले साल करीब करीब सिंगल के गीत जाने दे में भी एक अलग अंदाज में नज़र आए थे।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-87044202066425851152019-01-02T20:35:08.051+05:302019-01-02T20:35:08.051+05:30पहले आतिफ़ असलम भी एकरसता के शिकार लगते थे, पर पिछल...पहले आतिफ़ असलम भी एकरसता के शिकार लगते थे, पर पिछले साल दिल दिया गल्लां.. और इस गीत में बड़े कर्णप्रिय लगते हैं।Manish Kaushalhttps://www.facebook.com/manish.kaushal.3910noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-29895893280441866332019-01-02T20:33:17.900+05:302019-01-02T20:33:17.900+05:30सुमित अगर आपको मनोज मुंतशिर का लिखा पसंद आता है तो...सुमित अगर आपको मनोज मुंतशिर का लिखा पसंद आता है तो बता दूँ कि हाल ही में उनकी कविता की किताब मेरी फितरत है मस्ताना आयी है वाणी प्रकाशन से।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-28514038836317364902019-01-02T19:40:29.246+05:302019-01-02T19:40:29.246+05:30सरल होना आसान नही. और ये समझ पाना और भी मुश्किल. ब...सरल होना आसान नही. और ये समझ पाना और भी मुश्किल. बधाई इस गाने के चुनाव के लिए!Sumithttps://www.blogger.com/profile/05871213787848120659noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-57631138037729068372019-01-02T19:35:00.472+05:302019-01-02T19:35:00.472+05:30आतिफ असलम की आवाज़ में एक अलग तरह की कशिश है ही पर...आतिफ असलम की आवाज़ में एक अलग तरह की कशिश है ही पर जब तक संगीत और बोल अच्छे नहीं होंगे गायक कुछ खास नहीं कर सकता है। यही कारण है कि आतिफ के कई गीत इस साल की संगीतमाला में नहीं भी हैं।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-40942066888473396122019-01-02T18:04:31.858+05:302019-01-02T18:04:31.858+05:30एक सवाल का जवाब चाहिए मुझे-
आतिफ़ असलम को सारे बढ़िय...एक सवाल का जवाब चाहिए मुझे-<br />आतिफ़ असलम को सारे बढ़िया गाने ही क्यों मिल जाते हैं गाने को या वो जिस गाने की आवाज़ बन जाते हैं वो बढ़िया हो जाता है ?<br /><br />मनोज सर, वाक़ई, बढ़िया खिलाड़ी है लफ़्ज़ों के। मुझे लगता है कभी कभी,उनके बहुत से नग़में पर बहुतों का ध्यान नहीं जाता।<br /><br />इस गाने की ख़ास बात मुझे ये लगी कि जब अंतरा शुरू होता है तब 2-3 लाइन्स तक ज़्यादा म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट प्रयोग नहीं मन्टू कुमारhttps://www.blogger.com/profile/00562448036589467961noreply@blogger.com