tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post2485294934161068139..comments2024-03-17T14:34:42.285+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: डॉ.राही मासूम रज़ा, जगजीत और वो इंटरव्यूः हम तो हैं परदेस में, देस में निकला होगा चाँद...Unknownnoreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-12775175842986563602007-09-05T11:34:00.000+05:302007-09-05T11:34:00.000+05:30मनीष जी ! आपकी विशेषता ये है कि आप जो भी लिखते है ...मनीष जी ! आपकी विशेषता ये है कि आप जो भी लिखते है वो कहीं न कही सबके अनुभवों में शामिल होता है, और इसीलिये आपका चिट्ठा लोगो पसंद आता है!<BR/><BR/>(स्कूल या कॉलेज से निकलने के बाद घर मे ममतामयी माँ के स्नेह से वंचित होकर एक नए शहर की जिंदगी में प्रवेश करने वाला नवयुवक या नवयुवती हो...)<BR/><BR/>क्या बात है!....सचमुच ऐसे ही कुछ अनुभव थे मेरे जब मैं अपनी पहली पोस्टिंग पर गई थी और शाम को आफिस से Unknownhttps://www.blogger.com/profile/16391664542571175020noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-67709885840684928842007-09-04T14:07:00.000+05:302007-09-04T14:07:00.000+05:30मनीष जी!रज़ा साहब की यह गज़ल एक लम्बे अर्से से मेरी ...मनीष जी!<BR/>रज़ा साहब की यह गज़ल एक लम्बे अर्से से मेरी पसंदीदा गज़लों में से रही है. अशआर की नाज़ुकी और जगजीत सिंह जी की आवाज़ इसे नायाब बना देते हैं. इसे सुनवाने के लिये आभार!SahityaShilpihttps://www.blogger.com/profile/12784365227441414723noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-51952435456186519872007-09-04T09:44:00.000+05:302007-09-04T09:44:00.000+05:30यूनुस, समीर जी, अनूप जी और सागर भाई राही मासूम रजा...यूनुस, समीर जी, अनूप जी और सागर भाई राही मासूम रजा साहब की इस कृति ने आप सब के दिल को छुआ जानकर प्रसन्नता हुई।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-4275690132606914372007-09-03T06:30:00.000+05:302007-09-03T06:30:00.000+05:30आँख भर आती है इस गीत को सुन...क्या कहूं// आभार!!!आँख भर आती है इस गीत को सुन...क्या कहूं// आभार!!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-25599501675469809272007-09-02T20:38:00.000+05:302007-09-02T20:38:00.000+05:30मनीष भाई:ज़रा इसे भी देखो :http://anoopkeepasand.bl...मनीष भाई:<BR/><BR/>ज़रा इसे भी देखो :<BR/>http://anoopkeepasand.blogspot.com/2007/09/blog-post.htmlअनूप भार्गवhttps://www.blogger.com/profile/02237716951833306789noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-33532321559193767602007-09-02T14:26:00.000+05:302007-09-02T14:26:00.000+05:30हम भी अपने वतन से हजारों कोस दूर परदेस में ही है,...हम भी अपने वतन से हजारों कोस दूर परदेस में ही है, हम महसूस कर सकते हैं इस दर्द को।Sagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-29799454956707790652007-09-02T14:11:00.001+05:302007-09-02T14:11:00.001+05:30मनीष भाईसंयोग देखिए कि आपको भी कुरबान अली की पोस्...मनीष भाई<BR/>संयोग देखिए कि आपको भी कुरबान अली की पोस्ट पर पुरानी बातें याद आ गयीं <BR/>और मुझे भी । मैंने राही मासूम रज़ा की एक ग़ज़ल अपने चिट्ठे पर चढ़ाई है ।<BR/>जरा पहुंचियेगा ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-18264742908005685752007-09-02T14:11:00.000+05:302007-09-02T14:11:00.000+05:30मनीष भाईसंयोग देखिए कि आपको भी कुरबान अली की पोस्...मनीष भाई<BR/>संयोग देखिए कि आपको भी कुरबान अली की पोस्ट पर पुरानी बातें याद आ गयीं <BR/>और मुझे भी । मैंने राही मासूम रज़ा की एक ग़ज़ल अपने चिट्ठे पर चढ़ाई है ।<BR/>जरा पहुंचियेगा ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.com