tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post3245810641380489761..comments2024-03-17T14:34:42.285+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: वार्षिक संगीतमाला 2009 : पायदान संख्या 8 - जरा बताइए ना ये ससुराल 'गेंदा फूल' सा क्यूँ है ?Unknownnoreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-29164464514449239042010-04-29T14:58:16.930+05:302010-04-29T14:58:16.930+05:30अच्छा लगा। दरअसल पचासों बरस से यह गीत गाया जाता र...अच्छा लगा। दरअसल पचासों बरस से यह गीत गाया जाता रहा है और आकाशवाणी रायपुर से बजने वाला रेकॉर्ड वही है, जिसका उल्लेख मैंने किया है, इसमें बीच-बीच में हबीब जी की आवाज साफ पहचानी जा सकती है और इसमें तीन बहनें कतई नहीं हैं। <br />दिल्ली-6 पर जितनी और जिस तरह की टिप्पणियां मिल रही हैं, उससे उत्साहित होकर छोटा सा एक और पोस्ट लिखने की तैयारी कर रहा हूं, उसके साथ मूल छत्तीसगढ़ी गीत की ऑडियो फाइल भी जोड़नेRahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-88850552124917037102010-03-11T20:28:53.814+05:302010-03-11T20:28:53.814+05:30लोकगीतों की तो मैं यूँ भी दीवानी हूँ....और यह गीत ...लोकगीतों की तो मैं यूँ भी दीवानी हूँ....और यह गीत सुनकर तो मन न झूमे ऐसा हो ही नहीं सकता....रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-54335140350393437612010-03-03T23:42:40.703+05:302010-03-03T23:42:40.703+05:30मतलब जो भी रहा हो, गाना तो बहुत ही अच्छा है !मतलब जो भी रहा हो, गाना तो बहुत ही अच्छा है !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-74294171802575644952010-03-03T22:41:58.404+05:302010-03-03T22:41:58.404+05:30ड. गुप्ता का कथन सही लगता है. गेंदा फ़ूलों का समूह...ड. गुप्ता का कथन सही लगता है. गेंदा फ़ूलों का समूह है जिसकी उपमा यहां सटीक बैठती है.<br /><br />गाना बहुत ही बढिया कंपोज़ किया गया है.दिलीप कवठेकरhttps://www.blogger.com/profile/16914401637974138889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-75122571017755017692010-03-03T20:51:31.285+05:302010-03-03T20:51:31.285+05:30एक बार फीड में झलक देख लेने के बाद उत्सुकता थी इस ...एक बार फीड में झलक देख लेने के बाद उत्सुकता थी इस पोस्ट को पूरी तरह पढ़ने की ! <br />इस गीत के मूल रचयिता का नाम जानना बेहतर रहा । <br />आभार गीत के लिये !Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-5312104882881117122010-03-03T19:51:49.794+05:302010-03-03T19:51:49.794+05:30डा. गुप्ता मुझे भी ऐसा ही लगा था।
कंचन ये भी रोचक ...डा. गुप्ता मुझे भी ऐसा ही लगा था।<br />कंचन ये भी रोचक व्याख्या है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-27336309433990905292010-03-03T19:04:08.576+05:302010-03-03T19:04:08.576+05:30नहीं अनुराग दोबारा तो नहीं पोस्ट किया है। काउंटडाउ...नहीं अनुराग दोबारा तो नहीं पोस्ट किया है। काउंटडाउन नौ तक पिछले हफ्ते पहुँची थी उसी सिलसिले को आगे बढ़ाया है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-69148459424117100112010-03-03T18:58:49.710+05:302010-03-03T18:58:49.710+05:30मनीष क्या दोबारा पोस्ट किया है ?ऐसा लगा पढ़ चूका हू...मनीष क्या दोबारा पोस्ट किया है ?ऐसा लगा पढ़ चूका हूँडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-52806101250282895682010-03-03T18:49:14.302+05:302010-03-03T18:49:14.302+05:30आनन्द आ गया....
यह गीत यूँ भी मेरे प्रिय गीतों की...आनन्द आ गया....<br /><br />यह गीत यूँ भी मेरे प्रिय गीतों की श्रेणी में है..Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-4460584806823388892010-03-03T18:17:20.138+05:302010-03-03T18:17:20.138+05:30गेंदा फूल केवल एक फूल नहीं है यह अपने आप में कई फू...गेंदा फूल केवल एक फूल नहीं है यह अपने आप में कई फूलों का गुच्छा या समूह है। अर्थात वनस्पति शास्त्र के हिसाब से गेंदा फूल एक इकाई नहीं है, वह फूलों का समूह है। इसलिए ही परिवार की अन्य किसी फूल से तुलना नहीं की गयी है। क्योंकि परिवार भी कई गृहस्थियों का समूह होता है।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-82927038207246239342010-03-03T16:40:51.195+05:302010-03-03T16:40:51.195+05:30yah geet to khub juban par chadha tha... Neha ko k...yah geet to khub juban par chadha tha... Neha ko khub chidhaya bhi gaya unki bahano dwara is geet se.<br /><br />vaise Genda phul ke vishay me saparivar ham logo ka mat to ye hai ki Gende ka phool tutane ke baad bhi sab se adhik din khila rahata hai. aur sath me kai kai pankhudi dal bhi rakhta hai, isiliye shayad sasural ko genda phool kaha gaya....कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-69043380134832677732010-03-03T16:37:01.075+05:302010-03-03T16:37:01.075+05:30हम बाप बेटी का यह फेवरेट गीत है। जब भी चलता है। बे...हम बाप बेटी का यह फेवरेट गीत है। जब भी चलता है। बेटी सब कुछ छोड उसे सुनने लग जाती है। और गाने को खुद ही गाती चलती है। वैसे मनीष भाई इस बार की पोस्ट हमने अपनी बेटी के पसंद के गीत लगाए है।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.com