tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post3555865417316919899..comments2024-03-17T14:34:42.285+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: वार्षिक संगीतमाला 2010 - पॉयदान संख्या 19 : Cry Cry इतना Cry करते हम काय को..Unknownnoreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-956145624073264852011-02-02T21:40:54.394+05:302011-02-02T21:40:54.394+05:30शुक्रिया ! सोमेश ये मेरी निजी पसंद पर आधारित हैं। ...शुक्रिया ! सोमेश ये मेरी निजी पसंद पर आधारित हैं। संगीत के क्रम का फैसला मैं किस आधार पर करता हूँ ये इस गीतमाला की शुरुआत में <a href="http://ek-shaam-mere-naam.blogspot.com/2010/12/2010.html" rel="nofollow">यहाँ बता चुका हूँ।</a>Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-65138150883610795312011-02-02T20:59:07.526+05:302011-02-02T20:59:07.526+05:30आपकी ये संगीतमाला भी कमाल की है। ये आपकी निजी पसंद...आपकी ये संगीतमाला भी कमाल की है। ये आपकी निजी पसंद पर आधारित है या कोई और भी आधार है?सोमेश सक्सेना https://www.blogger.com/profile/02334498143436997924noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-22985624900746143892011-02-02T13:38:42.519+05:302011-02-02T13:38:42.519+05:30sahi कहा...
सरल भाषा में सुन्दर सन्देश देने का प...sahi कहा...<br /><br />सरल भाषा में सुन्दर सन्देश देने का प्रयास किया गया है गीत में और सच है कि सरल बात दिल तक आसानी से पहुँचती है..<br /><br />आपका गीत चयन और विवेचना...कमाल कमाल कमाल !!!रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-84903887550450624732011-01-31T23:25:28.608+05:302011-01-31T23:25:28.608+05:30अपूर्व सच कहूँ तो जैसे जैसे इस गीत को मैं बार बार ...अपूर्व सच कहूँ तो जैसे जैसे इस गीत को मैं बार बार सुन रहा हूँ इसका असर कम होता जा रहा है । शायद सरताज गीत का नंबर आते आते ये गीत मेरी पसंद में और नीचे चला जाए। और हाँ रहमान ने अव्वल तो ज्यादा फिल्में की नहीं और रावण में गुलज़ार और रहमान की जोड़ी से जो आशा थी वो मुझे तो पूरी होती नहीं दिखी। दूसरे शब्दों में रावण के गीतों ने मुझे बेहद निराश किया। सिवाए बहने दे और राँझा राँझा कुछ हद तक प्रभाव छोड़ने Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-55112180715136003982011-01-31T23:09:50.529+05:302011-01-31T23:09:50.529+05:30अच्छे गाने का जिक्र किया आपने..शुक्रिया..और दिलचस्...अच्छे गाने का जिक्र किया आपने..शुक्रिया..और दिलचस्प जानकारियों के संग...मुझे लगता है कि पिछला साल रहमान से सबसे बेहतरीन सालों मे से नही रहा..कामनवेल्थ के हंगामे के अलावा उनके कई अच्छे गीत भी नेपथ्य मे चले गये..इस गाने को भी जितनी अहमियत मिलनी चाहिये थी नही मिली..वरना अदिति की लोकप्रियता के लेवल तक जा सकना था इसे.....शायद फ़िल्म का कमजोर होना भी इसका जिम्मेदार रहा हो..वैसे आगे उनके रावण के कुछ अपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-58938438994499627772011-01-31T23:00:52.319+05:302011-01-31T23:00:52.319+05:30बहुत सुंदर, धन्यवादबहुत सुंदर, धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com