tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post373722543792814876..comments2024-03-17T14:34:42.285+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: बहुत दिनों की बात है, फिज़ा को याद भी नहीं : सुनिए सलाम मछली शेहरी की ये नज़्मUnknownnoreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-26207987077253241182011-05-11T00:13:23.388+05:302011-05-11T00:13:23.388+05:30विभा जी
कमाल की बात है कि इतने दिनों बाद भी ये बात...विभा जी<br />कमाल की बात है कि इतने दिनों बाद भी ये बात याद रही आपको !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-36942629712670732532011-05-10T03:42:26.882+05:302011-05-10T03:42:26.882+05:30शायद बात है साथ के दशक के शुरूआती दिनों की...रेडि...शायद बात है साथ के दशक के शुरूआती दिनों की...रेडियो के दिन थे ... हमारे स्कूली दिन थे ... रेडियो नाटक खूब सुने जाते थे ... आकाशवाणी दिल्ली से एक नाटक प्रसारित हुआ था जिसमे नायिका को आवाज़ दी थी माशू मालती ने ... नाटक था ... आवाज़ कि दुल्हन ... यह नाटक आज भी याद आता है ... यह नाटक लिखा था जनाब सलाम मछली शेहरी साहब ने ... <br />उनकी यह नज़्म अक्सर सुनी जाती है ... आपका आभार कि उनकी चर्चा की ...vibhahttps://www.blogger.com/profile/12586255110180318878noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-14274476483707406862008-09-20T15:55:00.000+05:302008-09-20T15:55:00.000+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Charuhttps://www.blogger.com/profile/08651251785090035687noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-33426703356272842632008-09-20T15:52:00.000+05:302008-09-20T15:52:00.000+05:30really loved it.really loved it.Charuhttps://www.blogger.com/profile/08651251785090035687noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-35327225126538002182008-09-18T22:45:00.000+05:302008-09-18T22:45:00.000+05:30शक्रिया इसे पसंद करने का..रचना जी आगर आप याहू पर म...शक्रिया इसे पसंद करने का..<BR/><B>रचना जी</B> आगर आप याहू पर मेसेज ना छोड़तीं तो थोड़ा सोचना होता।:)<BR/><BR/>वो तो अच्छा हुआ कि मैंने छुटपन में सुनने की बात लिख दी नहीं तो आप को और खिंचाई करने का अवसर याद लग जाता। :pManish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-57009542849312190292008-09-18T09:19:00.000+05:302008-09-18T09:19:00.000+05:30बहुत-बहुत धन्यवाद, मनीष! बहुत ही सुंदर रचना है.बहुत-बहुत धन्यवाद, मनीष! बहुत ही सुंदर रचना है.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-57487441113271784272008-09-17T13:41:00.000+05:302008-09-17T13:41:00.000+05:30वाकई अच्छी नज़्म...आपकी प्रस्तुति को साधुवाद...वाकई अच्छी नज़्म...<BR/>आपकी प्रस्तुति को साधुवाद...योगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-65600798366868406562008-09-17T03:08:00.000+05:302008-09-17T03:08:00.000+05:30वाह मनीष भाई, पहली बार सुना..आनन्द आ गया. आपका बहु...वाह मनीष भाई, पहली बार सुना..आनन्द आ गया. आपका बहुत आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-9061346074075432262008-09-17T01:32:00.000+05:302008-09-17T01:32:00.000+05:30हिन्दी दिवस पर सभीको हमारी शुभकामनाएँ ! बेहद सुँदर...हिन्दी दिवस पर सभीको हमारी शुभकामनाएँ !<BR/> बेहद सुँदर शब्द और अदायगी<BR/> शुक्रिया मनीष भाई <BR/>इसे सुनवाने का ~~<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-66071486360009741762008-09-17T01:02:00.000+05:302008-09-17T01:02:00.000+05:30क्या खूबसूरत नज़्म याद दिला दी आपने....सुनी तो बहुत...क्या खूबसूरत नज़्म याद दिला दी आपने....सुनी तो बहुत थी आज इसके शायर से भी परिचय हो गया!शुक्रिया.....pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-68223256071389886982008-09-16T23:54:00.000+05:302008-09-16T23:54:00.000+05:30"क्या आपके साथ कभी ऍसा हुआ है कि किसी शायर की एक र..."क्या आपके साथ कभी ऍसा हुआ है कि किसी शायर की एक रचना ने आपको बहुत दिनों तक आप पर प्रभाव छोड़ा हो पर फिर कभी आप उसका लिखा ना पढ़ पाए हों, ना सुन पाए हों।"<BR/><BR/>ऐसा कई बार हो चुका है. आज का अलेख पढ कर बहुत सी बातें मन में एक दम से उमड पडी!!<BR/><BR/><BR/><BR/>-- शास्त्री जे सी फिलिप<BR/><BR/>-- समय पर प्रोत्साहन मिले तो मिट्टी का घरोंदा भी आसमान छू सकता है. कृपया रोज कम से कम 10 हिन्दी चिट्ठों Shastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-5080586754600179502008-09-16T21:12:00.000+05:302008-09-16T21:12:00.000+05:30मनीषभाई कभी न सुनी हुई ग़ज़ल सुनके बहुत आनंद आया |...मनीषभाई <BR/>कभी न सुनी हुई ग़ज़ल सुनके बहुत आनंद आया |<BR/>मछली नाम से सम्बध्धित जानकारी भी अच्छी लगी |<BR/>धन्यवाद |<BR/><BR/>-हर्षद जांगला <BR/>एटलांटा , युएसएHarshad Janglahttps://www.blogger.com/profile/00844983134116438245noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-38515807630204957052008-09-16T18:51:00.000+05:302008-09-16T18:51:00.000+05:30शायर शाहब का नाम तो सच में कमाल का है और आपकी ये ल...शायर शाहब का नाम तो सच में कमाल का है और आपकी ये लाइन: <BR/>"मानो शायर ने जो कहा वो मेरे साथ हुआ हो" बहुत सारे गाने/ग़ज़ल ख़ुद के लिए ही लिखे गए लगते है... नौवी-दसवी में हम भी डूब जाया करते थे... !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-76610750862467086712008-09-16T18:14:00.000+05:302008-09-16T18:14:00.000+05:30बहुत खूब. बहुत, बहुत, बहुत दिनों बाद सुना ..... व...बहुत खूब. बहुत, बहुत, बहुत दिनों बाद सुना ..... वाह भाई ...अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-86090272061137705242008-09-16T17:43:00.000+05:302008-09-16T17:43:00.000+05:30मनीष जी इसको सुनवाने का और इतनी सारी नई बातें बतान...मनीष जी इसको सुनवाने का और इतनी सारी नई बातें बताने का शुक्रियारंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-48958237767772110452008-09-16T15:37:00.000+05:302008-09-16T15:37:00.000+05:30मनीष आप खुशकिस्मत थे कि आपके पास बड़ी दी थीं । हम...मनीष आप खुशकिस्मत थे कि आपके पास बड़ी दी थीं । हम तो खुदै बड़े थे हमने ये सौभाग्य अपने छोटे भाई बहनों को दिया । लेकिन तुम्हारी इस पोस्ट से अपने स्कूली दिन याद आ गये । और हां उन्हीं दिनों जब तुम ये कैसेट सुन रहे होगे हमें सागर म.प्र. की लाइब्रेरी में पुराने पन्नों वाली वही किताब मिली जिसमें सलाम मछलीशहरी की चुनिंदा रचनाएं थीं और उनमें से कुछ को अपनी डायरी में उतार लिया गया था । <BR/>तब हैरतयूनुसhttps://www.blogger.com/profile/05987039597915161921noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-78364588099187128422008-09-16T14:58:00.000+05:302008-09-16T14:58:00.000+05:30maine to pahali baar suni ye nazm..lekin bahut khu...maine to pahali baar suni ye nazm..lekin bahut khub ...!कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-27540957231832476412008-09-16T13:51:00.000+05:302008-09-16T13:51:00.000+05:30loved it!! heard it for the first time here only.....loved it!! heard it for the first time here only...and as always heard it so many times!! :)<BR/>at first I thought it is our very own "fiza" :) and i was like "unhone sunee nahee hogee, nahee to wo jaroor yaad rakhatee! :)<BR/><BR/>guess who am I? :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-72963637929182664092008-09-16T13:46:00.000+05:302008-09-16T13:46:00.000+05:30jitney saadey bol utni saadgi aur itminaan se gaay...jitney saadey bol utni saadgi aur itminaan se gaayii gayi hai....pehley bahut suni hui....aapney yaad dilayi aajपारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-55946185467271701942008-09-16T13:23:00.000+05:302008-09-16T13:23:00.000+05:30दिल को छू लेने वाली नज्म है। सुनवाने का शुक्रिया।दिल को छू लेने वाली नज्म है। सुनवाने का शुक्रिया।adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-4423589772317007412008-09-16T12:40:00.000+05:302008-09-16T12:40:00.000+05:30@Afloo Bhai सलाम साहब उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते...@Afloo Bhai सलाम साहब उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं ये तो पता चला था पर आपने जो जानकारी दी है उससे उनके नाम का रहस्य खुल गया। बहुत बहुत धन्यवाद इस जानकारी के लिए।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-60069158433013342942008-09-16T12:39:00.000+05:302008-09-16T12:39:00.000+05:30जी हाँ तब कैसेट आती थी मनीष ......इस नज़्म को हमने...जी हाँ तब कैसेट आती थी मनीष ......इस नज़्म को हमने भी खूब सुना है पर आज इससे जुड़े शायर की बात आपने बाँट कर आपने इस नज़्म के लिखने वाले से भी ताररुफ़ करा दियाडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-37167670691247467302008-09-16T11:42:00.000+05:302008-09-16T11:42:00.000+05:30उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले का एक कस्बा ,तहसील मुख...उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले का एक कस्बा ,तहसील मुख्यालय है मछली शहर । सलाम साहब यहीं के रहे होंगे ।Anonymousnoreply@blogger.com