tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post4220511497610233274..comments2024-03-17T14:34:42.285+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: एक धुन, दो गीत : I just called to say I love you, हाँ हाँ तुमसे, मैंने प्यार किया !Unknownnoreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-54049830442949984032010-09-04T21:15:03.718+05:302010-09-04T21:15:03.718+05:30गौतम भाई आपकी बात ध्यान में है और अब तो आपसे वो गी...गौतम भाई आपकी बात ध्यान में है और अब तो आपसे वो गीत भी मिल गया है<br />अविनाश जी सूचित करने का शुक्रिया<br />नीरज जी, राज जी, सिद्धान्त मनीष मेरी पसंद आप सब की भी पसंद है जानकर खुशी हुई !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-16282657841502914932010-08-25T11:35:22.775+05:302010-08-25T11:35:22.775+05:30"मैंने प्यार किया" का यह गीत मुझे बहुत प..."मैंने प्यार किया" का यह गीत मुझे बहुत पसंद है,पर यह गीत स्टीवी के इस गीत/धुन पर आधारित है,यह अब पता चला. इस रोचक जानकारी के लिए आपका धन्यवाद्.Manish Singh "गमेदिल"https://www.blogger.com/profile/10931193635497981991noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-43673453389571458022010-08-24T17:44:56.502+05:302010-08-24T17:44:56.502+05:30बहुत बढ़िया और विश्लेषक आलेख...
मैं बस एक छोटी सी ...बहुत बढ़िया और विश्लेषक आलेख...<br />मैं बस एक छोटी सी बात जोड़ना चाहता हूँ कि इस सुन्दर गीत का एकदम सीधा-सीधा (बिना किसी अनुवाद के) इस्तेमाल फ़िल्म ओमकारा में हुआ है जहां केसू यही गाना डॉली को सिखलाते हैं, ओमकारा को रिझाने के लिए.<br /><br />शुभकामनाएं.ssiddhanthttp://ssiddhantmohan.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-42556770164445627912010-08-24T06:27:01.371+05:302010-08-24T06:27:01.371+05:30आज दिनांक 24 अगस्त 2010 के दैनिक जनसत्ता में संप...आज दिनांक 24 अगस्त 2010 के दैनिक जनसत्ता में संपादकीय पेज 6 पर समांतर स्तंभ में आपकी यह पोस्ट सरहदों के पार शीर्षक से प्रकाशित हुई है, बधाई। स्कैनबिम्ब देखने के लिए <a href="http://www.jansattaraipur.com/" rel="nofollow">जनसत्ता</a> पर क्लिक कर सकते हैं। कोई कठिनाई आने पर मुझसे संपर्क कर लें।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-4451479441254255512010-08-19T22:30:56.277+05:302010-08-19T22:30:56.277+05:30दोनो गीत एक से बढ कर एक है जी, बहुत सुंदर धन्यवाददोनो गीत एक से बढ कर एक है जी, बहुत सुंदर धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-17296929684997893552010-08-18T21:43:44.055+05:302010-08-18T21:43:44.055+05:30मनीष जी, आपको बहुत-बहुत धन्यवाद्. आज इस गीत के साथ...मनीष जी, आपको बहुत-बहुत धन्यवाद्. आज इस गीत के साथ कई पुरानी यादों के पन्ने खुल गए.स्टीवी का यह गीत उन दिनों अंग्रेजी पर पकड़ न होते हुए भी दिल में कही गहरे घर कर गया था,जिसे मैं यदा-कदा आज भी गुनगुना लेता हूँ. <br />वहीँ "मैंने प्यार किया" का यह गीत भी मेरी पसंद का है,पर यह गीत स्टीवी के इस गीत/धुन पर आधारित है,यह अब पता चला.<br />आपको एक बार फिर धन्यवाद्.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09796447479435294138noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-47667681258034095042010-08-18T16:06:30.937+05:302010-08-18T16:06:30.937+05:30मुझे भी यह मधुर कर्णप्रिय गीत बहुत ही अजीज रहा है....मुझे भी यह मधुर कर्णप्रिय गीत बहुत ही अजीज रहा है...<br />सुनवाने के लिए बहुत बहुत आभार...<br /><br />सही बात है,धुन कर्ण प्रिय हो तो कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसके बोल किस भाषा के हैं...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-87686301737968786122010-08-17T22:50:47.515+05:302010-08-17T22:50:47.515+05:30pahali bar aapke blog ko dekh ...bahut hee rochak ...pahali bar aapke blog ko dekh ...bahut hee rochak jankari mili..mazaa aagayaVIJAY KUMAR VERMAhttps://www.blogger.com/profile/06898153601484427791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-79605429887939647702010-08-17T00:48:08.302+05:302010-08-17T00:48:08.302+05:30आशिष जी की टिप्पणी गौर-तलब हो मनीष जी। एक पोस्ट जब...आशिष जी की टिप्पणी गौर-तलब हो मनीष जी। एक पोस्ट जब कोई बात बिगड़ जाये" और पीटर पाल मैरी की "500 miles" पर जरूर होना चाहिये आपके ब्लौग पर....गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-71006683009380655082010-08-16T21:52:28.487+05:302010-08-16T21:52:28.487+05:30अच्छा लगा आप सब के विचारों को जानकर इन दोनों गीतों...अच्छा लगा आप सब के विचारों को जानकर इन दोनों गीतों के बारे में !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-3744606173353718492010-08-15T08:21:01.654+05:302010-08-15T08:21:01.654+05:30रोचक जानकारी ...!रोचक जानकारी ...!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-89405632247703518462010-08-15T08:04:14.208+05:302010-08-15T08:04:14.208+05:30स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई!!!!!स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई!!!!!विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-19461637897712563472010-08-15T07:55:23.225+05:302010-08-15T07:55:23.225+05:30बहुत खूब..
हिन्दी संस्करण अच्छा है, लेकिन मूल संस...बहुत खूब..<br /><br />हिन्दी संस्करण अच्छा है, लेकिन मूल संस्करण में जो ताज़गी होती है, उसका कहना ही क्या। इसी वजह से मुझे मूल संस्करण ज़्यादा अच्छा लगा। इसी तरह पंचम दा के 'महबूबा महबूबा' और राजेश रोशन साहब का 'जब कोई बात बिगड़ जाए' जिन मूल धुनों पर आधारित हैं, वे मुझे ज़्यादा आकर्षित करती हैं। उनकी जानकारी भी आप दे सकते हैं।<br /><br />स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं<br />Ashish Khandelwalhttps://www.blogger.com/profile/09509723253252348001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-83203440472674063322010-08-15T07:07:13.475+05:302010-08-15T07:07:13.475+05:30आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को स्वतंत्रता द...आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-24382402068852603232010-08-15T00:38:17.817+05:302010-08-15T00:38:17.817+05:30मुझे दोनों ही गाने एक अर्से से बहुत पसंद रहे हैं। ...मुझे दोनों ही गाने एक अर्से से बहुत पसंद रहे हैं। ये कहना बड़ा मुश्किल है कि कौन ज्यादा अच्छा बसा है धुन पर| स्टीवी की वो कशिश भरी आवाज हो या फिर एसपीबाला की कशिश...उफ़्फ़्फ़।<br /><br />एक बार फिर से हमारी और आपकी पसंद को एकाकार होते देख मजा आ रहा है।गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-65891699812600400582010-08-14T23:48:23.281+05:302010-08-14T23:48:23.281+05:30Why did you framed today's lovers, they are bo...Why did you framed today's lovers, they are bold enough...!!!..:P<br />Hindi version is better. Very nice work done.<br />thanksPriyank Jainhttps://www.blogger.com/profile/08811137963668976294noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-13805012475365999942010-08-14T20:35:07.957+05:302010-08-14T20:35:07.957+05:30वैसे गीत गायन के फ्लो में हिन्दी वाला ही ज्यादा कर...वैसे गीत गायन के फ्लो में हिन्दी वाला ही ज्यादा कर्ण प्रिय लगा.डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-38187705242361362662010-08-14T20:20:20.813+05:302010-08-14T20:20:20.813+05:30संगीत नहीं सरहदों का मोहताज ..मगर एक हद तक भाषा का...संगीत नहीं सरहदों का मोहताज ..मगर एक हद तक भाषा का मोहताज तो है । रोचक जानकारी है ।शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-89189861300640694882010-08-14T19:59:22.575+05:302010-08-14T19:59:22.575+05:30हिंदी वर्सन वाले गीत का आडियो में गलती से इसी फिल्...हिंदी वर्सन वाले गीत का आडियो में गलती से इसी फिल्म का दूसरा गीत इमबेड हो गया था। अब इसे सुधार दिया है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-17451537617655479402010-08-14T18:21:43.866+05:302010-08-14T18:21:43.866+05:30९० के दशक में एक और गीत इसी पंच लाइन i just call t...९० के दशक में एक और गीत इसी पंच लाइन i just call to say i love you और aisi hi dhun में आया था ,जहाँ तक मुझे याद है इस गीत के sangeetkar थे नदीम श्रवन , ये गीत भी सुनने में बेहद कर्णप्रिय लगता हैअवनीश उनियाल 'शाकिर'https://www.blogger.com/profile/01194217008950940165noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-15972763590994063672010-08-14T17:08:38.498+05:302010-08-14T17:08:38.498+05:30वैसे गीत गायन के फ्लो में हिन्दी वाला ही ज्यादा कर...वैसे गीत गायन के फ्लो में हिन्दी वाला ही ज्यादा कर्ण प्रिय लगा.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-59674548052882316722010-08-14T17:08:03.259+05:302010-08-14T17:08:03.259+05:30दोनों ही रुप पसंद आये और दोनों के लेरिक्स भी उतने ...दोनों ही रुप पसंद आये और दोनों के लेरिक्स भी उतने ही स्ट्रांग हैं.<br /><br />शानदार विश्लेषण. अच्छा शोधात्मक आलेख.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com