tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post5228541948752785736..comments2024-03-17T14:34:42.285+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: वार्षिक संगीतमाला 2017 पायदान # 14 : ले जा मुझे साथ तेरे, मुझको ना रहना साथ मेरे. Tere MereUnknownnoreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-53312576929966775192018-02-16T23:32:19.593+05:302018-02-16T23:32:19.593+05:30@Yadunath jee गीत को पसंद करने और अपनी राय रखने का...@Yadunath jee गीत को पसंद करने और अपनी राय रखने का शुक्रिया। गिटार की टुनटुनाहट आपको भी भायी जानकर अच्छा लगा।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-51567653487489616172018-02-16T12:26:33.735+05:302018-02-16T12:26:33.735+05:30विराग जी शुक्रिया इस गीत से जुड़ी भावनाओं को हम सबक...विराग जी शुक्रिया इस गीत से जुड़ी भावनाओं को हम सबके साथ बाँटने के लिए। जिन्होंने इसे ठुकराया उनकी तो वही जाने, मेरे तो दिल के तार छू गया आपका ये गीत। भविष्य में आपकी लेखनी ऐसे ही संवेदनशील गीतों को जन्म देती रहे मेरी आपके लिए यही शुभकामना है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-19144695323887284982018-02-07T16:59:45.296+05:302018-02-07T16:59:45.296+05:30बहुत बहुत धन्यवाद मनीष। ना जाने कितने गहरे गोता लग...बहुत बहुत धन्यवाद मनीष। ना जाने कितने गहरे गोता लगा कर किन सीपों से ये सुंदर मोती निकालकर प्रस्तुत कर देते हो। मैंने इस गीत पर पहले ध्यान ही नहीं दिया था। आज पहली बार पूरी lyrics पढ़े एवं सुने। दिल को छू गया और गहरे तक उतर गया।" गिटार की tuntunahat का क्या कहना।yadunathhttps://www.blogger.com/profile/17837469218969956895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-58429503913229607872018-02-06T10:54:55.745+05:302018-02-06T10:54:55.745+05:30मनीष जी आपका आभारी हूँ की आपने इस ठुकराए हुए गीत ज...मनीष जी आपका आभारी हूँ की आपने इस ठुकराए हुए गीत जो इतना सम्मान दिया । शायद ये मेरे जीवनकाल का एकमात्र ऐसा गीत होगा जिसने अपने अकेले के दम पे अपनी जगह बनायी । अमाल और अरमान ने अपना कलेजा काट के और हड्डियाँ गला के इस गीत को जन्मा। सरल सहज और सुरीला गीत है ये, प्रेम, विरह और भावुकता से जूझती हुई पंक्तियाँ हैं इसमें । ये हर दौर का गीत है । ये एक साँस लेता हुआ गीत है क्योंकि इसमें मैं ज़िंदा हूँ ।Rashmi Viraaghttps://www.facebook.com/profile.php?id=100008377356844noreply@blogger.com