tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post5490671168702094910..comments2024-03-17T14:34:42.285+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: परवीन शाकिरः अपनी छोटी सी जिंदगी में उर्दू अदब में पहचान बनाने वाली शायरा !Unknownnoreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-59975144022691663052010-11-25T16:10:22.240+05:302010-11-25T16:10:22.240+05:30aankho se aashu nikal aaye hai aaj pravin ji nazme...aankho se aashu nikal aaye hai aaj pravin ji nazme dil jo chu gayi or meri jindhghi ki haqkikat baya jar gayi sukaria ,,,,,,,,,,,,,,,,,,honey sharmahttps://www.blogger.com/profile/02494188863155288704noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-81951903951347300112009-10-21T19:51:41.043+05:302009-10-21T19:51:41.043+05:30शुक्रिया पूजा पसंदगी का । परवीन जैसी शायरा इतनी जल...शुक्रिया पूजा पसंदगी का । परवीन जैसी शायरा इतनी जल्दी इस दुनिया से कूच कर गईं इस बात का अफ़सोस हमारी सारी पीढ़ी करती रहेगी।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-27355234880146729912009-10-16T14:49:06.105+05:302009-10-16T14:49:06.105+05:30परवीन शाकिर को पढना मुझे भी बहुत पसंद है, चाँद की ...परवीन शाकिर को पढना मुझे भी बहुत पसंद है, चाँद की जिस कविता का ऊपर जिक्र युनुस जी ने किया है, उसी से इस अद्भुत शायरा की पहचान हुयी थी मेरी. और आज भी मेरी पसंदीदा है. उनके बारे में इतना कुछ जान कर बहुत अच्छा लगा. आज काफी देर से आपका ब्लॉग पढ़ रही हूँ और एक से एक रंग में भीग रही हूँ. शुक्रिया मनीष जी इतनी बेहतरीन पोस्ट्स लिखने के लिए.Puja Upadhyayhttps://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-48497902327931136802007-07-15T00:30:00.000+05:302007-07-15T00:30:00.000+05:30यूनुस भाईपरवीन जी के बारें में अपनी यादें बाँटने क...यूनुस भाई<BR/>परवीन जी के बारें में अपनी यादें बाँटने का शुक्रिया !<BR/>बारिश से जुड़ी छोटी छोटी <B>कई नमकीन सी </B>:)नज्में परवीन जी की हैं। गौर करें..<BR/><BR/><B>बारिश अब से पहले भी कई बार होती थी<BR/>क्या इस बार रंगरेज ने चुनरी कच्ची रँगी थी<BR/>या तन का ही कहना सच था<BR/>रंग तो उसके होठों में था</B><BR/><BR/>या ये देखें<BR/><B>बारिश में क्या तनहा भींगना लड़की ?<BR/>उसे बुला जिसकी चाहत में <BR/Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-53585062482559774912007-07-14T09:24:00.000+05:302007-07-14T09:24:00.000+05:30मनीष परवीन शाकिर की इस पोस्ट ने कुछ पुरानी बातें ...मनीष परवीन शाकिर की इस पोस्ट ने कुछ पुरानी बातें याद दिला दीं । पोस्ट तो कल ही देख ली थी पर पढ़ आज पाया । मुझे लगता है कि उन्नीस सौ छियासी के बाद की ही बात रही होगी । स्कूल का ज़माना था तब शायरी पढ़ने और सुनने का नया नया शौक़ लगा था । टी.वी. पर मुशायरे और कवि सम्मेलन बहुत आते थे । मैं फिलिप्स के अपने ‘पुरंटे’ टेप रिकॉर्डर पर उन्हें रिकॉर्ड कर लेता था और फिर आराम से डायरी में उतारता रहता । Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-39268780549673671992007-07-13T21:07:00.000+05:302007-07-13T21:07:00.000+05:30बहुत खूब अंदाज है आपकी पेशकश का. यह यूट्यूब पर पहल...बहुत खूब अंदाज है आपकी पेशकश का. यह यूट्यूब पर पहले देखा था. मगर आपको पढ़ने के बाद सुनने में और आनन्द आ गया.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-90492301600236510392007-07-13T20:48:00.000+05:302007-07-13T20:48:00.000+05:30कंचन परवीन शाकिर की रचनाओं को दिल से महसूस करने औ...<B>कंचन</B> परवीन शाकिर की रचनाओं को दिल से महसूस करने और उस पर अपनी राय को तफ़सील से बताने का बेहद शुक्रिया ! शीघ्र ही उनकी कुछ और पसंदीदा रचनाएँ आपके सामने पेश करूँगा.<BR/><BR/><B>मान्या</B> विवरण खत्म नहीं हुआ...उनके जीवन के दुख की गहराई में जाने की कोशिश करेंगे अगली पोस्ट में।<BR/><BR/><B>पूनम जी</B> आप हमारे चिट्ठा संसार में होती ही कहाँ हैं जो बार-बार पढ़ें :) परवीन जी की कृतियों को पसंद Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-30535891504445264722007-07-13T20:12:00.000+05:302007-07-13T20:12:00.000+05:30सुभाष जी आपसे पहली बार मुख़ातिब हूँ। आपको परवीन शा...<B>सुभाष जी</B> आपसे पहली बार मुख़ातिब हूँ। आपको परवीन शाकिर की आवाज और रचनाएँ पसंद आईं जानकर खुशी हुई। ग़ज़लों में प्रयुक्त होने वाली बहरों के बारे में कभी फुर्सत निकाल कर एक विस्तृत लेख लिखें तो ग़ज़ल प्रेमियों और नए लिखनेवालों के लिए वो काफी ज्ञानवर्धक होगा। आशा है महफ़िल के मंच पर <BR/>http://www.akshargram.com/paricharcha/viewforum.php?id=19<BR/><BR/>भी आपसे मुलाकात होती रहेगी।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-35222036029119178782007-07-13T18:08:00.000+05:302007-07-13T18:08:00.000+05:30parveen shakir ki jo nazmen aapni chuni hai wo wak...parveen shakir ki jo nazmen aapni chuni hai wo wakai sanghaniya hai bahut achhe manish maza aaya padh keSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-59481312249133194122007-07-13T18:07:00.000+05:302007-07-13T18:07:00.000+05:30मैं भी उनका फ़ैन हूं!मैं भी उनका फ़ैन हूं!eSwamihttps://www.blogger.com/profile/04980783743177314217noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-39463339829339680072007-07-13T13:49:00.000+05:302007-07-13T13:49:00.000+05:30आपकी खासियत है कि आप ऐसी जानकारी देते हैं कि बार ब...आपकी खासियत है कि आप ऐसी जानकारी देते हैं कि बार बार पडने को मजबूर हो जाती हूँ.परवीन शाकिर से रूबरू करा कर आपने कमसेकम मुझे नइ जानकारी दी .एक खूबसूरत शायरा की खूबसूरत शायरी से मुलाकात हो गई.<BR/><BR/>सब से नज़र बचा के वो मुझ को ऐसे देखते<BR/>एक दफ़ा तो रुक गई गर्दिश-ए-माह-ओ-साल भीPoonam Misrahttps://www.blogger.com/profile/08526492616367277544noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-43825335092348920852007-07-13T13:03:00.000+05:302007-07-13T13:03:00.000+05:30मुझे शायरों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं.. बस च...मुझे शायरों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं.. बस चंद गिने चुने नामों से वाकिफ़ हूं.. पर परवीन जी को पढ कर लगा.. हर एक लफ़्ज़ दिल से गुअज्र गया.. आप सही कहते हैं दिल के हर एह्सास को उन्होंने बहुत सहजता से कहा है... यूं कहा जाये की दिल निकाल के रख दिया है तो ज्यादा सही होगा.. सारे कलाम बेहद उम्दा.. आपका बेहद शुक्रिया जो इनको यहां प्रेषित किया.. इनकी जिम्दगी के बारे में जानना भी बहुत अच्छा लगा..बेहद Monika (Manya)https://www.blogger.com/profile/02268500799521003069noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-45401142813230154292007-07-13T11:56:00.000+05:302007-07-13T11:56:00.000+05:30पहली बार ही जाना मैने इन शायरा के बारे में और सोंच...पहली बार ही जाना मैने इन शायरा के बारे में और सोंच रही हूँ कि अब तक क्यों नही पढ़ा इनको ?<BR/><BR/>वो तो ख़ुशबू है हवाओं में बिखर जायेगा <BR/>मसला फूल का है फूल किधर जायेगा<BR/> तो सुनी हुई पंक्तियाँ थी, परंतु ये नही पता था कि किसकी हैं ?<BR/><BR/>अब <BR/>अपने बिस्तर पर बहुत देर से मैं नीम दराज........<BR/>इस पूरी नज़्म के विषय में क्या कहें ? भावुक दिलों की आखें नम करने वाली इस नज़्म की एक एक कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-56959282911892367662007-07-13T11:35:00.000+05:302007-07-13T11:35:00.000+05:30मनीशजीआपने मरहूम परवीन शाकिरजी के दीदार और उनके शी...मनीशजी<BR/>आपने मरहूम परवीन शाकिरजी के दीदार और उनके शीरी लबों से ग़ज़ल सुनवाकर उर्दू शायर मीर तकी मीर याद दिलादी.<BR/><BR/>उसके होंटों की नाज़ुकी या कहिए<BR/>पंखुड़ी एक गुलाब की सी है.<BR/><BR/>मीर उन नीमबाज आँखों में,<BR/>सारी मस्ती शराब की सी है.<BR/>मुझे उनकी ये ग़ज़ल के शेर बहुत पसंद हैं-<BR/><BR/>तिरी चाहत के भीगे जंगलों में,<BR/>मेरा मन मोर बनके नाचता है,<BR/><BR/>मैं उसकी दस्तरस में हूँ Anonymousnoreply@blogger.com