tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post6452792088042773329..comments2024-03-17T14:34:42.285+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: ये रिश्ता क्या कहलाता है...Unknownnoreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-86224077745319633602007-05-11T16:52:00.000+05:302007-05-11T16:52:00.000+05:30रचना जी हा हा सही कह रही हैं आप। फर्क सिर्फ इतना ह...रचना जी <BR/>हा हा सही कह रही हैं आप। फर्क सिर्फ इतना है कि रिश्तों की बात यहाँ गीत की वजह से आ गई .<BR/>लता जी का अच्छा नग्मा है वो तो !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-41872778288686574492007-05-10T21:05:00.000+05:302007-05-10T21:05:00.000+05:30सभी तरफ़ रिश्तो की बाते हो रही है लगता है.:)आपकी ...सभी तरफ़ रिश्तो की बाते हो रही है लगता है.:)<BR/>आपकी पोस्ट पढकर मुझे मेरा एक और पसंदीदा गीत याद आ गया-<BR/>कितने अजीब रिश्ते है यहां पे---<BR/>और एक कविता भी-<BR/>राहो मे भी रिश्ते बन जाते है,<BR/>ये रिश्ते भी मन्जिल तक जाते है!rachanahttps://www.blogger.com/profile/14183659688400073503noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-50875981639029121612007-05-09T16:16:00.000+05:302007-05-09T16:16:00.000+05:30यूनुस भाई २००४ में मेंने इस गीत को अपनी गीतमाला मे...यूनुस भाई २००४ में मेंने इस गीत को अपनी गीतमाला में चौथे नंबर पर रखा था । इस फिल्म का दूसरा उल्लेखनीय गीत वही हे जिसका आपने जिक्र किया है । मुझे उसका मुखड़ा बेहद पसंद है पर अंतरे में गीत कुछ कमजोर सा हो जाता है ।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-78843085389990025682007-05-09T15:58:00.000+05:302007-05-09T15:58:00.000+05:30मान्या, जानकर खुशी हुई की आप को भी इस गीत के बोल ...मान्या, जानकर खुशी हुई की आप को भी इस गीत के बोल पसंद आए । आपने बिलकुल सही धारणा बनाई मेरे गीतों के चयन के बारे में :)। अच्छे गायक और धुनें कुछ दिनों तक आपके मन को बांध कर रख सकती हैं पर इनके साथ गर बोल अच्छे हों तो उनका मन पे जो असर होता है वो स्थायी होता है और उसी असर से मैं उनके बारे में लिखने के लिए प्रेरित हो पाता हूँ ।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-80606955546808157232007-05-09T15:42:00.000+05:302007-05-09T15:42:00.000+05:30समीर जी शुक्रिया !अमित अपनी भूल सुधार ली है ।...समीर जी शुक्रिया !<BR/><BR/>अमित अपनी भूल सुधार ली है । शुक्रिया point out करने के लिए।<BR/><BR/>ममता जी , हाँ गुलजार की तो बात ही क्या ! वैसे ये रिश्ता महबूब जी का लिखा हुआ है ।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-64421501670117494972007-05-09T13:10:00.000+05:302007-05-09T13:10:00.000+05:30मनीष भाई आपकी इस पोस्ट को देर से देखा पाया । मेरे...मनीष भाई आपकी इस पोस्ट को देर से देखा पाया । मेरे पसंदीदा गीत को उठाया है आपने । गाना बजाने की कोशिश की पर मेरे पी0सी0 पर बजा ही नहीं । फिल्म ‘मीनाक्षी’ के तितली दबोंच ली मैंने वाले गाने पर भी कभी चर्चा करें, मज़ा आयेगा । <BR/>रहमान के कुछ ऐसे गाने हैं जो जनता ने ज्यादा सिर आंखों पर नहीं लिए मगर मेरे दिल के क़रीब हैं आपका उठाया गाना उन्हीं में से एक है ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-73543021641166605542007-05-08T17:32:00.000+05:302007-05-08T17:32:00.000+05:30गुलजार के गीत का तो कोई सानी नही है।गुलजार के गीत का तो कोई सानी नही है।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-40541272083864362662007-05-08T11:56:00.000+05:302007-05-08T11:56:00.000+05:30बहुत ही खूब्सुरत गीत है.. एक एक बोल दिल को छूते है...बहुत ही खूब्सुरत गीत है.. एक एक बोल दिल को छूते हैं.. और काफ़ी गहरे अर्थ रखते हैं.. लफ़्ज़ों में सौन्दर्य और भावों का अनोखा संगम है.. साथ ही रीना भारद्वाज और उन्की आवाज़ दोनों ही बहुत खुबसूरत हैं.. मुझे सबसे अच्छा ये लगता है की आप गीतों के बोलो को बहुत मह्त्त्व देते हैं. और इसीलिये मुझसे पढे बिना रहा नहीं जाता.. मेरे लिये भी किसी भी गीत के बोल बहुत मह्त्व रखते हैं.. संगीत और अवाज़ तो हैं ही.. पर बोल Monika (Manya)https://www.blogger.com/profile/02268500799521003069noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-20714659445215088002007-05-08T10:30:00.000+05:302007-05-08T10:30:00.000+05:30मनीष भाई, गीतों-कविताओं के माध्यम से इतनी खूबसूरत ...मनीष भाई, गीतों-कविताओं के माध्यम से इतनी खूबसूरत बात कहने का शुक्रिया. पढ़कर बहुत अच्छा लगा.<BR/><BR/>मेरे विचार से गुलज़ार साहब के गीत "हमने देखी है..." में "दूर से महसूस करो" नहीं, बल्कि "रूह से महसूस करो" है. आप भी सुनकर देखिये.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-45794719613012648522007-05-08T00:16:00.000+05:302007-05-08T00:16:00.000+05:30गायिका रीना के विषय में अब तक कोई जानकारी नहीं थी....गायिका रीना के विषय में अब तक कोई जानकारी नहीं थी. आपने बहुत ही बेहतरीन अंदाज में परिचय दिया है, बधाई!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com