tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post675951795151453521..comments2024-03-17T14:34:42.285+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: डाली मोगरे की : नीरज गोस्वामी Dali Mogre Ki by Neeraj GoswamiUnknownnoreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-23615785409065659132015-11-24T08:27:56.170+05:302015-11-24T08:27:56.170+05:30Neeraj ji or unke qalaam ke mutmayinon mein ek na...Neeraj ji or unke qalaam ke mutmayinon mein ek naam mera bhi jod deejiye....<br />Sadar<br />Pooja bhatiyaPooja Bhatiahttps://www.blogger.com/profile/03904863659354014021noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-74314883459530571642014-08-31T19:43:33.223+05:302014-08-31T19:43:33.223+05:30नीरज जी की लेखन व उनकी पुस्तक की चर्चा करती इस पोस...नीरज जी की लेखन व उनकी पुस्तक की चर्चा करती इस पोस्ट को आप सब ने पसंद किया जानकर खुशी हुई। Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-67002485452284447422014-08-31T19:31:17.670+05:302014-08-31T19:31:17.670+05:30Neeraj ji jitane kamaal ke shayar hai usase behad ...Neeraj ji jitane kamaal ke shayar hai usase behad achhe wo insaan hain.Prakash Singh Arshhttps://www.facebook.com/prakashsingharshnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-26638216102311729032014-08-25T20:30:47.401+05:302014-08-25T20:30:47.401+05:30नीरज जी की विशिष्टता को शब्द देना बहुत मुश्किल कार...नीरज जी की विशिष्टता को शब्द देना बहुत मुश्किल कार्य है ..............बेमिसाल ....सरल सहज आत्मीयता से लबालब ........निस्वार्थ साहित्य सेवी .........सतत क्रियाशील कर्मठ ....चुम्बकीय आकर्षक व्यक्तित्व...........लाजवाब शायर ।Pramod Kumarhttps://www.facebook.com/prakum.vbnnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-66667528107433555982014-08-25T11:38:02.321+05:302014-08-25T11:38:02.321+05:30नीरज जा जिस सहजता से बोलचाल की भाषा में ग़ज़ल कहते ह...नीरज जा जिस सहजता से बोलचाल की भाषा में ग़ज़ल कहते हैं वो अपने आप में बहुत बड़ी बात है। इस संग्रह ने बहुत प्रभावित किया है। उम्मीद है आगे भी उनके अनेक ग़ज़ल संग्रह आएँगें।‘सज्जन’ धर्मेन्द्रhttps://www.blogger.com/profile/02517720156886823390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-31752654958742204322014-08-25T07:07:59.866+05:302014-08-25T07:07:59.866+05:30"कहा कर बात तू ऐसी, कहा इस तरह से कर तू ,
कि..."कहा कर बात तू ऐसी, कहा इस तरह से कर तू ,<br />कि लगे नई - नई सी , कोई छोड़े वो असर भी "<br /><br />'डाली मोगरे की.. ' का हर शेर ही एक नई और असरदार बात कहता है ! <br /><br />गुरुदेव ! एक बार फिर से बधाई ! <br /><br />और मनीष जी !अपनी पोस्ट पर ऐसे बढ़िया कलाम और लेखकों से रूबरू करवाने के लिए आप का धन्यवाद !<br /><br />सर्वसर्वhttps://www.blogger.com/profile/07386180957290267399noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-5499878024737353732014-08-24T20:33:14.235+05:302014-08-24T20:33:14.235+05:30सब से पहले तो नीरज सर को‘डाली मोगरे की’सुन्दर पुस्...सब से पहले तो नीरज सर को‘डाली मोगरे की’सुन्दर पुस्तक के लिए हार्दिक बधाई और मनीष जी को इस सुन्दर प्रस्तुति के लिए हार्दिक धन्यवाद एवं बधाई।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13127771927292993754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-32376262294224005702014-08-24T17:12:58.705+05:302014-08-24T17:12:58.705+05:30मनीष भाई पुस्तक 'डाली मोगरे की ' पर लिखी आ...मनीष भाई पुस्तक 'डाली मोगरे की ' पर लिखी आपकी समीक्षा से अभिभूत हूँ। आपने किताब पढ़ी और उसे सराहा भला इस से बढ़ कर और क्या चाहिए ? मेरी ग़ज़ल को अपनी आवाज़ दे कर उसे और भी प्रभावशाली बना दिया है। अपना ये स्नेह यूँ ही बनाये रखें। <br /><br />आपके ब्लॉग के माध्यम से मैं इस पुस्तक में रूचि रखने वाले सभी पाठकों से अनुरोध करना चाहता हूँ कि इस पुस्तक की प्राप्ति के लिए आप सभी अपना पोस्टल अड्रेस मुझेनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-39231595855482399162014-08-24T16:08:07.124+05:302014-08-24T16:08:07.124+05:30नीरज सर की किताब "डाली मोगरे की " की हर ...नीरज सर की किताब "डाली मोगरे की " की हर ग़ज़ल<br /> दिल ओ दिमाग़ में उतर जाने वाली हैं।<br /> क़िताब में भूमिका की कमी हमें भी खलती हैं<br /> ,आप ही की तरह हमें भी आशा है कि नीरज जी<br /> की अगली किताब में अपनी रचनाओं<br /> क़े साथ साथ सर अपने पाठकों से अपने संवाद से भी<br /> संपर्क स्थापित करेंगे। <br />समीक्षा और साउंडट्रैक लाजवाब,<br /> बधाई आपको।Parul Singhhttps://www.blogger.com/profile/07199096531596565129noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-55030231761889014852014-08-24T15:32:12.205+05:302014-08-24T15:32:12.205+05:30सबसे पहले तो आदरणीय नीरज जी को 'डाली माेगरे की...सबसे पहले तो आदरणीय नीरज जी को 'डाली माेगरे की' के प्रकाशन पर बधाई सहित अनंत शुभकामनाएँ .... उनके ब्लॉग पर हमेशा ही जाना होता है ... कभी किसी पुस्तक की चर्चा तो कहीं उनकी गज़लों से रू-ब-रू होते हुये उनके लेखनी के हम भी क़ायल हैं .... आपका बहुत-बहुत आभार इस प्रस्तुति के लिये सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.com