tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post7934625201099226552..comments2024-03-27T11:21:05.807+05:30Comments on एक शाम मेरे नाम: 'फैज' : राजनीतिक और सामाजिक बदलाव के स्वर -बोल ...,कुत्ते, हम देखेंगे, फकत चंद रोज मेरी जान !Unknownnoreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-29753402232876427932015-11-25T12:11:35.465+05:302015-11-25T12:11:35.465+05:30आख़िरी नज्म सुनी है....
आभारी हूँ आपका..फैज़ साहब ...आख़िरी नज्म सुनी है....<br />आभारी हूँ आपका..फैज़ साहब से मिलवाने के लिए...उनको ढूंढने की अब मेरी तलाश शुरू होगी !मन्टू कुमारhttps://www.blogger.com/profile/00562448036589467961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-40346769712773615532007-04-07T18:17:00.000+05:302007-04-07T18:17:00.000+05:30प्रियंकर जी शुक्रिया सराहने का !<B>प्रियंकर जी</B> शुक्रिया सराहने का !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-60237578221272874422007-04-01T22:23:00.000+05:302007-04-01T22:23:00.000+05:30अनूप जी जानकर बेहद खुशी हुई कि मेरा प्रस्तुतिकरण आ...<B>अनूप जी</B> जानकर बेहद खुशी हुई कि मेरा प्रस्तुतिकरण आपको अच्छा लगा। फैज की आवाज की रिकार्डिंग मैंने सिर्फ वेब साइट पर सुनी है पर मेरे पास कोई audio clip नहीं है । इसलिए आप अवश्य भेंजे । बहुत बहुत शुक्रिया आपकी पेशकश का ।:)Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-73738249909094216762007-04-01T22:15:00.000+05:302007-04-01T22:15:00.000+05:30समीर जी चलिए आपने अपनी पसंद तो बताई। :)पसंदगी का श...समीर जी चलिए आपने अपनी पसंद तो बताई। :)<BR/>पसंदगी का शुक्रिया !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-7278101370545201192007-04-01T22:13:00.000+05:302007-04-01T22:13:00.000+05:30अफलातून जी शायद आपने ध्यान नहीं दिया, वो पूरी...अफलातून जी शायद आपने ध्यान नहीं दिया, वो पूरी नज्म पोस्ट पर टंकित है । क्लिप में जो आखिरी भाग छूटा है वो यूँ है<BR/><BR/>बोल, ये थोड़ा वक्त बहुत है<BR/>जिस्मों जबां की मौत से पहले<BR/>बोल कि सच जिंदा है अब तक<BR/>बोल कि जो कहना है कह लेManish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-71726885847094458392007-04-01T09:57:00.000+05:302007-04-01T09:57:00.000+05:30मनीष ! तुम्हारा ब्लौग पढनें में बहुत आनन्द आता है...मनीष ! तुम्हारा ब्लौग पढनें में बहुत आनन्द आता है और बहुत कुछ सीखनें को मिलता है । <BR/>मेरे पास फ़ैज़ साहब की खुद की आवाज़ में कुछ 'रीकोर्डिग' हैं । अगर चाहो तो तुम्हें भेज सकता हूँ ।अनूप भार्गवhttps://www.blogger.com/profile/02237716951833306789noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-78876106321232614422007-04-01T06:55:00.000+05:302007-04-01T06:55:00.000+05:30वाह, मनीष भाई, बहुत खूब... मगर अब भी हमारा पसंदीदा...वाह, मनीष भाई, बहुत खूब... मगर अब भी हमारा पसंदीदा जो आप जानना चाह रहे थे वो रहा...मुझसे पहले सी मुहब्ब्त मेरे महबूब न मांग...क्या बात है यार आपके लेखन और प्रस्तुतिकरण की!! बहुत बधाई. आगे नया इंतजार है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-24770698.post-70507755065436592332007-03-31T19:52:00.000+05:302007-03-31T19:52:00.000+05:30शुक्रिया । गीत जो सुना उसकी आख़िरी पंक्ति में 'कुछ'...शुक्रिया । गीत जो सुना उसकी आख़िरी पंक्ति में 'कुछ'है,'जो' के बाद।सही क्या है ? मुझे अन्दाज़ था कि गीत में जोश होगा ।अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.com