कुछ संगीतकार, गीतकार व गायक ऐसे होते हैं जिनकी हर नई प्रस्तुति का हम सभी को बड़ी बेसब्री से इंतज़ार होता है। गुलज़ार, स्वानंद किरकिरे, प्रसून जोशी जिस फिल्म में हों उनसे ये उम्मीद हमेशा रहती है कि उनके शब्द जाल से कोई काव्यात्मक सा नग्मा निकलेगा । अमित त्रिवेदी, सचिन जिगर, प्रीतम के कुछ नए से संगीत संयोजन व रहमान, विशाल शेखर और एम एम करीम सरीखे संगीतकारों से कुछ मधुर गीतों की अपेक्षा तो रहती ही है। अगर गायिकी की बात करूँ तो सोनू निगम, राहत फतेह अली खाँ, अरिजित सिंह व श्रेया घोषाल भी ऐसी आशा जगाते हैं। पर इन गायकों के साथ एक और नाम है एक शख़्स का जिनकी आवाज़ का जादू ऐसा है कि उनके गीतों का इंतज़ार मुझे हमेशा होता है। ये आवाज़ है सोना महापात्रा की।
सोना हिंदी फिल्मों में ज्यादातर अपने पति संगीतकार राम संपत की फिल्मों में ही गाती दिखाई पड़ती हैं। सत्यमेव जयते में उनके गाए गीतों को तो खासी लोकप्रियता मिली ही, पिछली संगीतमालाओं में उनके गाए गीत मन तेरा जो रोग है, अम्बरसरिया व नैना नूँ पता भी काफी सराहे गए। पिछले साल MTV के कोक स्टूडियो में भी उन्होंने धमाल मचाया। पर इतना सब होते हुए भी मुझे हमेशा लगता है उनमें जितना हुनर है उस हिसाब से उनके और गाने हम संगीतप्रेमियों को सुनने को मिलने चाहिए।
इस साल उनका गाया जो गीत इस संगीतमाला में दाखिल हुआ है वो एक समूह गीत है। ये गीत है फिल्म बंगिस्तान का । अब जिस फिल्म का नाम इतना अटपटा हो उसके गीतों में हास्य की झलक तो मिलेगी ना। बंगिस्तान फिल्म का ये गीत लोगों को इश्क़ करने को बढ़ावा देता है और वो भी एक अलग और अनूठे अंदाज़ में।
इस गीत में सोना मोहापात्रा का साथ दिया है अभिषेक नैलवाल और शादाब फरीदी की तिकड़ी ने। गीत को जिस जोश खरोश की जरूरत थी वो अपनी उर्जा से इस तिकड़ी ने उसमें भर दी है। राम संपत ने गीत का अंदाज़ कव्वालियों वाला रखा है। मुखड़े और इंटल्यूड्स में राम हारमोनियम का खूबसूरत प्रयोग करते हैं खासकर तीसरे मिनट के बाद आने वाले टुकड़े में। तो आप भी थोड़ा इश्क़ कर लीजिए ना इस गीत से..
दिल की सुनने वालो से ही, हम पहचान करेंगे
और नहीं कुछ पढना हमको, हम तो हीर पढेंगे
इश्क चाशनी से हम, अपने दिल के कुएँ भरेंगे
अरे और नहीं कुछ पढना हमको, हम तो हीर पढेंगे
इश्क चाशनी से हम, अपने दिल के कुएँ भरेंगे
जब भी उसका हम हौले से, हाथ ज़रा पकड़ेंगे
लाइफ के बैकग्राउंड स्कोर मे, सेंटी वायलिन बजा करेंगे
दिल की मान के, सीना तान के इश्क़ करेंगे, इश्क़ करेंगे
अरे दिल की मान के, सीना तान के इश्क़ करेंगे, इश्क़ करेंगे
हो इश्क़ करेंगे, इश्क़ करेंगे इश्क़ करेंगे
ख्वाब आँखों से यूँ छलके, हो साथी बन के दो पल के
हाँ तू भी देख ले यारा, हाँ मेरे साथ मे चलके
हो ऐसा आएगा एक दिन, हर कोई गायेगा एक दिन
जो तुझसे रूठ के बैठा, वो दर पे आएगा एक दिन
जिन गलियों से वो गुजरेगा, दिल अपना रख देंगे
रेड कार्पेट पे फ्लैश बल्बस ले, उसकी राह तकेंगे
दिल की मान के सीना तान के इश्क़ करेंगे....
तू राँझा हैं, तू मजनूँ हैं, जिधर देखू हाँ बस तू हैं
तू मिले तो झूम के नाचूँ, ख़ुशी का आलम हरसू हैं
ये तेरे हाथो की नरमी, ये तेरे बातो की नरमी
गले तेरे जो लग जाऊँ, तो मई और जून की गर्मी
हर जाड़ो मे हम थोड़ी सी, धूप ज़रा सेकेंगे
हैप्पी सा दि एंड होगा, सनसेट संग देखेंगे
दिल की मान के सीना तान के इश्क़ करेंगे....
ना तेरा हैं, ना मेरा हैं, ये जग तो रैन बसेरा हैं
ये काली रात जो जाए, तो फिर उजला सवेरा हैं
ये तेरे हाथ में प्यारे, कि बंधन तोड़ दे सारे
कि तू आज़ाद हो जाए, वो तेरे चाँद और तारे
सच कहते हैं हम तो, जब भी कोशिश ज़रा करेंगे
स्लो मोशन मे विद इमोशन, लाखो फूल झडेंगे
हम बन्दे हैं बंगिस्तान के, इश्क करेंगे, इश्क करेंगे
अरे दिल की मान के सीना तान के इश्क़ करेंगे....
वार्षिक संगीतमाला 2015
