पिछले गीत ने अगर थिरकने को मजबूर ना किया हो तो अब भी देर नहीं हुई इस बार गुलज़ार के बोलों पर ही झूम लें। हाँ हुजूर सही पहचाना आपने इस संगीतमाला की २४ वीं पायदान पर गीत वो जिसे लिखने के पीछे प्रेरित किया गुलज़ार को सत्तर के दशक की इस कव्वाली ने। बचपन में मैंने भी इसका खूब आनंद उठाया था। अगर बोल ना याद आ रहे हों तो मैं आपकी मदद कर देता हूँ
काली घटा है, मस्त फ़जां है
काली घटा है, मस्त फ़जां है जाम उठा कर घूम घूम घूम
झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम....
नज़ा शोलापुरी की इस रचना को आवाज़ दी थी १९७४ में बनी फिल्म 5 Rifles में अजीज नजां ने और सुनने वाले झूम-झूम के मस्त हो गए थे। पर गुलज़ार ने फिल्म 'झूम बराबर झूम' में जो गीत रचा उसमें शराब का नशा तो नहीं रहा पर विशुद्ध पंजाबी तड़का जरूर लगा दिया। इस गीत के फिल्म में तीन रूप हैं। एक में शंकर महादेवन का सोलो है तो दूसरे में वो सुनिधि चौहान और जुबीन गर्ग के साथ हैं और तीसरे में सुखविंदर सिंह, महालक्ष्मी अय्यर और केके के साथ सुर मिला रहे हैं।
गीत के पहले रूप में गुलज़ार इश्क की पेचदियों से उलझ रहे हैं.. पूरे बोल के लिए ये लिंक देखें
ये इश्क पुराना पापी
हर बार खता करता है, रब्बा….
हर बार बचाता हूं मैं
हर बार ये जा मरता है, रब्बा….
हो पास कोई आ गया तो
रास कोई आ गया तो
बार बार कल्रेजे पे ना मार अखियाँ
उड़ती उड़ती अखियों के
लड़ गये पेचे लड़ गये वे
गीत लगा के झूम झूम झूम
झूम बराबर झूम बराबर झूम बराबर झूम बराबर झूम....
गुलज़ार वहीं तीसरे रूप में चाँद, रात और आसमान से खेलते हुए वे अपने स्वाभाविक रंग में दिखाई पड़ते हैं
हो चाँद की उतार ली है दोनों बालियाँ
आजा आजा हाथ मार दे तालियाँ
ओ बिल्लोनी बिल्लोनी हाथ मार दे तालियाँ
आजा चाँदनी कूटेंगे, आसमान को लूटेंगे
चल धुआँ उड़ा के झूम झूम
झूम बराबर झूम बराबर झूम बराबर झूम बराबर झूम....
पर इस गीत में, बोल से ज्यादा मुझे शंकर-अहसान-लॉए की सांगीतिक व्यवस्था ज्यादा आकर्षित करती है। गीत की शुरुआत से ही की बोर्ड, गिटार, बैगपाइपर, ड्रम और ढोल सब मिलकर ऐसा अदभुत समा बनाते हैं जिसकी मस्ती में आप भी झूमने को विवश हो जाते हैं। तो आनंद लीजिए इस चौबिसवें नंबर के गीत का
इस गीत का दूसरा वर्जन सुनने के लिए यहाँ क्लिक करें।
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8 टिप्पणियाँ:
आपको नव वर्ष की शुभ कामनायें...
शंकर-अहसान-लॉए हमारे कालेज में आये थे. सुन के मजा आ गया. :)
वैसे आपका हेडर जान पह्चान लग रहा है. कहा~< की तस्वीर है ये?
और हाँ...नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ
Happy New Year to you too, Manish.I have begun to love the way people express their feelings through this medium. I am a new starter and would
continue to contribute.:)
सुनीता जी शुक्रिया आपको भी नया साल मुबारक !
विकास भाई नौकरी क्या मिली , अपनी IIT Bombay को भूल गए बच्चा :)
Sneha That should be the spirit...:)
This is a fun song! Movie was totally bakwaas, but songs were goooooood!
मनीष जी जान कर अच्छा लगा कि आप भी उसी गाने पर झूम उठे जिस पर हम आज तक झूम रहे हैं, खूबसूरत शब्द और उससे भी ज्यादा झूमता सगींत्। हम अभी तक टेकनोलोजी चैंलेजड हैं क्या आप हमें झूम बराबर ( दोनों वर्शन) ई-मेल में भेज सकते हैं प्लीज,
नये साल की ढेर सारी शुभकामनाएं, वैसे आप के धोखे में किसी और मनीष को शुभकामनाएं दे चुके हैं पहले…हा हा
अनीता जी कुछ वक्त दें आपको सप्ताहांत में ई मेल करता हूँ. नया साल आपको भी मुबारक। वैसे यहाँ पर भी इस फिल्म के गीत हैं।
http://www.funmaza.com/jhoom_barabar_jhoom.html
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