शनिवार, अक्तूबर 07, 2017

मैंने इक किताब लिखी है... सज्जाद अली Tera Naam by Sajjad Ali

सज्जाद अली की आवाज़ से पहली बार मैं फिल्म बोल के गीत दिल परेशां है रात भारी है से परिचित हुआ था और तबसे मैं उनकी आवाज़ का शैदाई हूँ। यूँ तो उन्होंने हर तरह के गीत लिखे हैं पर उदासी भरे गीतों में उनकी गायिकी का कमाल देखते ही बनता है। कुछ ही महीने पहले मैंने आपको उनकी आवाज़ में आफ़ताब मुज़्तर की लिखी ग़ज़ल हर जुल्म येरा याद है भूला तो नहीं हूँ सुनवाई थी। ये उनकी आवाज़ का ही असर है कि संगीतप्रेमियों को तो इसका हर  शेर दिल में नासूर सा बन कर रह रह कर टीसता है। तुम नाराज हो में मामूली से शब्द को भी अपनी गायकी से वे श्रोताओं  के दिल के करीब ले आते हैं। यही वज़ह है कि संगीतकार ए आर रहमान तक उनकी प्रतिभा का लोहा मानते हैं।


ऍसा ही जादू वो एक बार फिर जगाने में सफल रहे हैं कोक स्टूडियो के नए सीजन 10 में। फर्क सिर्फ इतना है कि इस बार उनके लफ़्ज़ रूमानियत की चाशनी में घुले हैं और उदासी की बजाए गीत की मधुरता और संगीत का रिदम मन को खुश कर देता है। अपने इस गीत के बारे में वो कहते हैं
"बहुत साल पहले मैंने एक रोमांटिक गाना बनाया था जिसके बोल थे मैंने इक किताब लिखी है, उस किताब के पहले सफ़े पे तेरा नाम लिखा है। बस इतना ही लिखा था। कुछ महीने पहले  कोक स्टूडियो के लिए इस गाने को पूरा लिखना था। पर जब मैं लिखने बैठा तो ये गाना काग़ज़ पर इस तरह उतरता गया कि ये एक हम्द (भगवान की स्तुति में गाया जाने वाला गीत) बन गयी।"
बहरहाल मुझे तो ये गीत अभी भी प्रेम में डूबे हुए आशिक़ का ही नज़र आता है जिसके दिलो दिमाग पर बस एक ही चेहरा है, एक ही आवाज़ है, एक ही अस्तित्व है और वो है अपनी माशूका का। सज्जाद की आवाज़ की चंचलता मन को लुभाती है वहीं गीत की धुन झूमने पर मजबूर कर देती है।

पर अगर आप सज्जाद का नज़रिया देखें तो किताब के पन्ने ज़िंदगी के अलग अलग मोड़ पर परवरदिगार को खोजने परखने और अपने उत्तरों को पाने की कोशिश का पर्याय बन जाते हैं।

सज्जाद इस गीत के संगीतकार भी हैं। इस गीत को उन्होंने जब पहली बार लिखा था तभी एक धुन उनके दिमाग में थी। उनकी कोशिश यही थी कि जो रिदम उन्होंने गीत के लिए सोची थी उसी में चीजें आती जाएँ और अपनी जगह उसी रिदम में बनाती जाएँ। गीत में गिटार, वायलिन और ताल वाद्यों की धनक के साथ बाँसुरी का अच्छा मिश्रण है। तो सुनिए एक बार ये गीत feel good का अहसास देर तक तारी रहेगा...

मैंने इक किताब लिखी है
उस किताब के पहले सफ़े पर 
तेरा नाम तेरा नाम तेरा नाम लिखा है तेरा नाम

दूसरे सफ़े पे  मैंने
सीधी साधी बातें लिखीं
लिखी हुई बातों से भी आती है आवाज़
मैंने जो आवाज़ सुनी है
उस आवाज़ के पहले सुरों में
तेरा नाम तेरा नाम तेरा नाम सुना है तेरा नाम

तीसरा सफ़ा क्या लिखा
कहकशाएँ खुलने लगीं
सदियों पुराने सभी राज खुल गए
मुझ पे क़ायनात खुली है
क़ायनात के पहले सिरे पर 
तेरा नाम तेरा नाम तेरा नाम खुला है तेरा नाम


वैसे आपको बता दूँ कि सज्जाद पचास की उम्र पार कर चुके हैं फिर भी उनकी आवाज़ की शोखी जस की तस है। कोक स्टूडियो में इस बार उन्होंने अपनी बेटी ज़ाव अली के साथ भी एक नज़्म गाई है। ख़ैर उसकी बात तो फिर कभी फिलहाल अपने "उस" के नाम की मदहोशी में मेरी तरह आप भी डूबिए...
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11 टिप्पणियाँ:

SurShivaayStudio - Live the Music on अक्तूबर 07, 2017 ने कहा…

nice pls read my blog too http://moviezmasalafun.blogspot.in/

surabhi

Manish Kumar on अक्तूबर 08, 2017 ने कहा…

पसंद करने के लिए धन्यवाद सुरभि व रंजन !

हार्दिक आभार ब्लॉग बुलेटिन !

Amit Tiwary on अक्तूबर 10, 2017 ने कहा…

Manish Kumar jee, In season 10 of coke studio we witness 2 generations coming together twice 1) Sajjad Ali with his daughter Zaw Ali (Rone Na Diya) and 2) Attaullah Esakhelvi wit his son Sanwal Esakhelvi (Sab Maya hai)

Outstanding!!!

Manish Kumar on अक्तूबर 10, 2017 ने कहा…

Absolutely Amit the father daughter duo was quite impressive in Rone na Diya. Zaw has superb voice quality with equal command on western as well as Indian classical music.

kumar gulshan on अक्तूबर 22, 2017 ने कहा…

बहुत ही उम्दा गीत मनीष जी

Manish Kumar on अक्तूबर 29, 2017 ने कहा…

मुझे इसे गुनगुनाना बेहद पसंद है गुलशन !

kumar gulshan on नवंबर 21, 2017 ने कहा…

To phir aapko smule ki aur rukh karna chaiye aap gunguna bhi lenge aur hum aapko sun bhi lenge

Rajesh Goyal on दिसंबर 20, 2017 ने कहा…

"हर जुल्म तेरा याद है" से परिचय करवाने के लिये मैं ताउम्र आपका ऋणी हो चुका हूं ।

Rajesh Goyal on दिसंबर 12, 2018 ने कहा…

मैंने जब ये गीत पहली बार सुना तो एक बार सुन कर मन ही नहीं भरा । आप यकीन कीजिये ये गीत मैंने कम से कम पाँच बार, एक ही बैठक में, सुना, तब जाकर थोड़ी संतुष्टी मिली । इतना मधुर गीत बहुत लम्बे समय के बाद सुनने को मिला है ।

Unknown on अप्रैल 06, 2019 ने कहा…

Very well written article for one of the best song I have ever heard. A song that reminds about LOVE and makes me fall in love once again with someone. I have dedicated this to her tens of times to her and heard it 100 times in a week.

Very Touch feely Lyrics and voice...

Manish Kumar on अप्रैल 07, 2019 ने कहा…

Kindly mention your name "Unknown".

 

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