मंगलवार, फ़रवरी 20, 2024

वार्षिक संगीतमाला 2023 : बाबूजी भोले भाले दुनिया फरेबी है जी

वार्षिक संगीतमाला में आज जो गीत बजने जा रहा है वो किसी फिल्म का नहीं है बल्कि एक वेब सीरीज का है। ये वेब सीरीज है जुबली। जुबली की कहानी  चालीस पचास के दशक के बंबइया फिल्म जगत के इर्द गिर्द घूमती है। अमित त्रिवेदी को जब इस ग्यारह गीतों वाले एल्बम की बागडोर सौंपी गई तो उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती ये थी कि किस तरह चालीस और पचास के दौर के संगीत को पेश करें कि उसे आज की पीढ़ी भी स्वीकार ले और उस दौर के संगीत का जो मिज़ाज था वो भी अपनी जगह बना रहे।

अमित हमेशा ऐसी चुनौतियों का सामना करते रहे हैं। आमिर, देव डी, लुटेरा और हाल फिल हाल में उनकी फिल्म कला के संगीत ने खासी वाहवाहियाँ बटोरी हैं। अमित अपने इस प्रयास में कितने सफ़ल हुए हैं वो इसी बात से समझ आ जाता है कि जब भी आप इस एल्बम का कोई नग्मा सुनते हैं तो एक साथ आपके ज़ेहन में उस दौर के तीन चार गीत सामने आ जाते हैं जिसकी संगीत रचना और गायिकी का कोई ना कोई अक्स जुबली के नग्मे में नज़र आ जाता है। 


अब आज जुबली के गीत बाबूजी भोले भाले की जाए तो सुनिधि चौहान की गायिकी का अंदाज़ आशा जी और गीता दत्त के अंदाज़ से मेल खाता दिखेगा वहीं गीत की संगीत रचना और फिल्मांकन आपको एक साथ शोला जो भड़के, मेरा नाम चिन चिन चू और बाबूजी धीरे चलना जैसे गीतों की याद दिला दे जाएगा। 

कौसर मुनीर के मज़ाहिया बोल मन को गुदगुदाते हैं और उन बोलों के बीच में आइ डी राव का बजाया वुडविंड और वादक गिरीश विश्व के ढोलक की जुगलबंदी थिरकने पर मजबूर कर देती है। पुराने गीतों की तरह ताली का इस्तेमाल भी है। इसके अलावा आपको इस गीत में वायलिन और मेंडोलिन जैसे तार वाद्यों की झंकार भी सुनाई देगी।

अमित त्रिवेदी ने धुन तो झुमाने वाली बनाई ही है पर एक बड़ी सी शाबासी के हक़दार सनी सुब्रमण्यम भी हैं जिन्होने परीक्षित के साथ मिलकर इस गीत और एल्बम में अरेंजर की भूमिका निभाई है। इन दोनों के पिता फिल्म उद्योग ये काम करते थे और उनके अनुभव का फायदा इस जोड़ी ने सही वाद्य यंत्रों के चुनाव में बखूबी उठाया है।


बाबूजी भोले-भाले, दुनिया फ़रेबी है जी

तू भी ज़रा टेढ़ा हो ले, दुनिया जलेबी है जी
बाबूजी भोले-भाले, दुनिया 
जलेबी है जी
राजा, ज़रा गोल घूम जा, राजा, ज़रा गोल घूम जा

बाबूजी भोले-भाले, दुनिया ये गोला है जी
तू भी ज़रा bat घुमा ले, बस ये ही मौक़ा है जी
बाबूजी भोले-भाले, दुनिया ये गोला है जी
आ जा, लगा ले चौका, आ जा

चमकीली खिड़कियों से तुझको बुलाते हैं जो
shutter नीचे गिरा के ख़ुद भाग जाएँगे वो
भड़कीली तितलियों से तुझको बहकाते हैं जो
बत्ती तेरी बुझा के ख़ुद जाग जाएँगे वो

बाबूजी भोले-भाले, बम का धमाका बंबई
तू भी जला ले तीली, बन जा पलीता है, भाई
बाबूजी भोले-भाले, बम का धमाका बंबई
राजा, बंबइया तू बन जा

दिल को समझा ले ज़रा, धक-धक करना मना है
प्यार का कलमा पढ़ना, प्यारे, सुन ले गुनाह है
मन को मना ले ज़रा, गुमसुम रहना मना है
ग़म में भी मार ठहाका, रोना-धोना मना है

बाबूजी-बाबूजी, दुनिया ये फ़ानी है जी
तू भी ज़रा मौज मना ले, whiskey जापानी है जी
बाबूजी-बाबूजी, दुनिया ये फ़ानी है जी
ले-ले जवानी का मज़ा..
.

तो आइए मासूमियत को धता बताते हुए टेढा होने की वकालत करते इस गीत का आनंद लीजिए। इस गीत को फिल्माया गया है वामिका गब्बी पर जो इससे पहले ग्रहण में नज़र आयी थीं। साथ ही आपको दिखेंगे राम कपूर बिल्कुल अलग से गेट अप में

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8 टिप्पणियाँ:

Sajeev Sarthie on फ़रवरी 21, 2024 ने कहा…

I think maine sabse jyada baar isi album ko suna hai last year

Manish Kumar on फ़रवरी 21, 2024 ने कहा…

@Sajeev बिल्कुल बार बार सुनने लायक है इसका पूरा एल्बम।

बेनामी ने कहा…

आशा है- वो तेरे मेरे इश्क़ का ये शायराना .. भी लिस्ट में होगा

Manish Kumar on फ़रवरी 22, 2024 ने कहा…

इस एल्बम के चार गीत इस गीतमाला का हिस्सा हैं। वैसे अपना नाम ज़ाहिर करते तो बेहतर होता।

Swati Gupta on फ़रवरी 22, 2024 ने कहा…

गाने का संगीत और सुनिधि चौहान का अंदाज दोनों ही बहुत अच्छे हैं पूरी एल्बम ही लाजवाब है और उम्मीद है कि आगे इस एल्बम के और भी गाने श्रृंखला में आप साझा करेंगे

Manish Kumar on फ़रवरी 22, 2024 ने कहा…

जी बिल्कुल। दिक्कत ये हो रही थी कि किसे चुनें और किसे छोड़ें🙂

Swati Gupta on फ़रवरी 22, 2024 ने कहा…

सभी गाने चुनिए.. ऐसी एल्बम बार-बार कहां आती है 😊

Manish Kumar on फ़रवरी 22, 2024 ने कहा…

फिर तो किसी दूसरे गीत के साथ अन्याय हो जायेगा😀

 

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